Monday, February 28, 2022

 💁‍♀️अनेक शब्दों के लिए एक शब्द-

 

 💁‍♀️अनेक शब्दों के लिए एक शब्द- 


1- जो कभी बूढ़ा न हो – अजर

2- जिसकी कभी मृत्यु न हो- अमर

3- जो दिखाई न दे – अदृश्य

4- जिसे जाना न जा सके- अज्ञेय

5- जो दिया न जा सके – अदेय

6- जो पिया न जा सके- अपेय

7- जो खाया न जा सके- अखाद्य

8- जिसे छूना वर्जित हो – अस्पृश्य

9- जिसे पहले पढ़ा न हो – अपठित

10- जिसे टाला न जा सके- अवश्यम्भावी

11- जिसके बारे में कुछ पता न हो- अज्ञात

12- जिसे जीता न जा सके- अजेय

13- जिसे हराया न जा सके- अपराजेय

14- जिसका उल्लंघन न किया जा सके- अनुलंघनीय

15- पीछे चलने वाला – अनुगामी

16- साथ चलने वाला – सहचर

17- मन की बात जानने वाला- अंतर्यामी

18- सब कुछ देख लेने वाला- सर्वदृष्टा

19- सब कुछ जानने वाला- सर्वज्ञानी, सर्वज्ञ

20- अपने आप में मग्न रहने वाला- अंतर्मुखी

21- सबसे घुल मिल जाने वाला- बहिर्मुखी

22- कुछ न जानने वाला- अज्ञानी

23- रात्रि में घूमने वाला – रात्रिचर, निशाचर

24- प्रतिदिन होने वाला- दैनिक, रोजाना

25- सप्ताह में एक बार होने वाला- साप्ताहिक

26- पंद्रह दिन में एक बार होने वाला- पाक्षिक

27- माह में एक बार होने वाला- मासिक

28- तीन महीने में एक बार होने वाला-त्रैमासिक

29- छः महीने में एक बार होने वाला-अर्द्धवार्षिक, छमाही

30- साल में एक बार होने वाला – वार्षिक, सालाना

31- पूरे जीवन भर – आजीवन

32- करने योग्य कार्य – करणीय

33- जहां कोई इंसान न हो – निर्जन

34- संसार से संबंधित- लौकिक, सांसारिक

35- संसार से बाहर का- अलौकिक, पारलौकिक

36- पूरे दिन के क्रिया-कलाप- दिनचर्या

37- जिसे जीतना कठिन हो- दुर्जय

38- जो हो न सके – असम्भव

39- शाक सब्जी खाने वाला- शाकाहारी

40- मांस खाने वाला- मांसाहारी

41- सब कुछ कहने वाला- सर्वाहारी

42- बहुत कम खाने वाला- अल्पाहारी

43- कड़वे वचन बोलने वाला – कटुभाषी

44- मीठा बोलने वाला – मधुरभाषी

45- कम बोलने वाला- मितभाषी

46- दूसरों की बुराई, निंदा करने वाला- परनिंदक, निंदक

47- बड़ाई या प्रसंशा करने वाला – प्रसंशक

48- जो बोलने में असमर्थ हो – मूक, गूंगा

49- जो सुनने में असमर्थ हो – बधिर, बहरा

50- जो देखने में असमर्थ हो – अंधा 

51- जिसका कोई अंग काम न करता हो – विकलांग, दिव्यांग

52- जिसकी बुद्धि बहुत तेज हो – कुशाग्रबुद्धि

53- जिसकी बुद्धि कमजोर हो – मंदबुद्धि

54- आसानी से प्राप्त होने वाला – सुलभ

55- बहुत कठिनाई से मिलने वाला – दुर्लभ

56- जिसे करना कठिन हो – दुष्कर

57- जिसे कोई शोक न हो – अशोक

58- दूसरों से जलन रखने वाला – ईर्ष्यालु

59- दूसरों का उपकार करने वाला – परोपकारी

60- सुख दुख में समान रहने वाला – स्थिरप्रज्ञ

61- जिसका मूल्य न बताया जा सके – अमूल्य

62- जिसका कोई सगा-सम्बन्धी न हो – अनाथ

63- भाग्य जिसका साथ न दे – अभागा

64- जो पहले कभी न हुआ हो – अभूतपूर्व

65- जो शीघ्र ही मरने वाला हो – मरणासन्न

66- जिसे पड़ से हटा दिया गया हो- पदच्युत

67- दूसरों की भलाई के लिए सोचने वाला – शुभचिंतक

68- जिसकी मृत्यु हो गयी हो- स्वर्गीय, मृत

69- लम्बे समय तक जीवित रहने वाला – चिरंजीवी

70- जिसका जीवन दूसरों पर आश्रित हो – परजीवी

71- जो दूर की सोचता हो – दूरदर्शी

72- धरती और आकाश के बीच का स्थान- अंतरिक्ष

73- किसी देश के अंदर के मामले- अंतर्देशीय

74- जो बीत चुका हो – अतीत, भूत,

75- जो इंद्रियों के द्वारा न जाना जा सके- अगोचर

76- जिसने इंद्रियों को वश में कर लिया है- जितेंद्रिय

77- दोपहर के पहले का समय – पूर्वाह्न

78- दोपहर के बाद का समय- अपराह्न

79- जिसका त्याग न किया जा सके- अपरिहार्य

80- जिसका अनुभव किया जा चुका हो – अनुभूत

81- बिना वेतन काम करने वाला – अवैतनिक

82- जिसका कोई शत्रु न हो – अजातशत्रु

83- जिसके पास कुछ न हो – अकिंचन

84- जो कानून के विरुद्ध हो – अवैधानिक, अवैध

85- जो तोला या नापा न जा सके – अपरिमेय

86- जिसका इलाज न हो सके – असाध्य

87- जिसका मन कहीं और लगा हो – अन्यमनस्क

88- आवश्यकता से अधिक संग्रह न करना – अपरिग्रह

89- सामान्य नियम के विरुद्ध – अपवाद

90- अनुचित खर्च करने वाला – अपव्ययी

91- जिसका कभी अंत न हो- अनंत

92- जिसके समान कोई दूसरा न हो – अद्वितीय

93- जिसका खण्डन न किया जा सके – अकाट्य

94- जिसपर मुकदमा चल रहा हो – अभियुक्त,

95- जिसकी कोई सीमा न हो – असीम

96- जिसके आने की कोई तिथिं न हो – अतिथि

97- जो घूमता फिरता आ जाए – आगंतुक

98- ऊपर चढ़ने वाला- आरोही

99- जो ऊपर कहा गया हो- उपर्युक्त

100- किसी के बाद उसके पद यत् संपत्ति को ग्रहण करने वाला – उत्तराधिकारी

101- जो जमीन उपजाऊ हो – उर्वरा

102- जिसका उल्लेख करना आवश्यक हो- उल्लेखनीय

103- जल और जमीन दोनों पर चलने वाला- उभयचर

104- खाने के बाद बचा हुआ जूठन- उच्छिष्ट

105- जिस जमीन पर कुछ उत्पन्न न हो – ऊसर

106- एक ही आदमी का अधिकार – एकाधिकार

107- इतिहास से संबंधित – ऐतिहासिक

108- इंद्रियों से सम्बंधित – ऐन्द्रिक

109- जो अपनी इच्छा पर निर्भर हो – ऐच्छिक

110- अपनी विवाहिता पत्नी से उत्पन्न पुत्र – औरस

111- ऊपरी आचरण – औपचारिक

112- कर्तव्य न सूझ रहा हो- किंकर्तव्यविमूढ़

113- भूख-प्यास और भय से घबराया हुआ – कातर, अधीर

114- कथा जो जनसामान्य में प्रचलित हो- किंवदंती

115- किसका ज्ञान सीमित हो, जो एक ही स्थान के बारे में जानता हो – कूपमंडूक

116- जो खरीदा गया हो – क्रीत

117- किये गए अहसान को भूल जाने वाला – अहसानफरामोश, कृतघ्न118- उपकार मानने वाला – कृतज्ञ

119- कार्य हो जाने से संतुष्ट – कृतार्थ

120- किसी वस्तु को देखने अथवा सुनने की प्रबल इच्छा – कौतूहल

121- कविता लिखने वाली स्त्री – कवयित्री

122- सारे शरीर की हड्डियों का ढांचा – कंकाल

123- बाधाओं या कांटों से भरा मार्ग – कंटकाकीर्ण

124- कमल के समान सुंदर आंखों वाली – कमलनयनी

125- किसी विचार को कार्य रूप में बदलना – कार्यान्वयन

126- जो काम से जी चुराता हो – कामचोर

127- जो अच्छे चाल चलन का न हो – कुचाली

128- मन गढ़ंत बात – कपोलकल्पित

129- काम में लगा रहने वाला – कर्मठ

130- लता बेलों से घिरा सुंदर स्थान – कुंज

131- ऐसा ग्रहण जिसमें सूर्य या चन्द्रमा पूरा ढंक जाए- खग्रास

132- जो आकाश में चलता हो – खेचर, नभचर

133- खाने योग्य पदार्थ – खाद्य

134- आकाश को चूमने या छूने वाला – गगनचुंबी

135- दिन और रात के बीच का समय – गोधूलि

136- जो भोजन देर से पचे – गरिष्ठ

137- जिसके सिर पर बाल न हो – गंजा

138- गंगा से उतपन्न या सम्बंधित – गांगेय

139- घुलने योग्य पदार्थ – घुलनशील

140- जिसका राज्य पूरी पृथ्वी पर हो – चक्रवर्ती

141- जो सदा से चला आ रहा हो – चिरन्तन, शाश्वत

142- जिसके चार पैर हों – चतुष्पद

143- अपने लाभ के लिए किसी की प्रशंसा करने वाला – चाटुकार

144- ऐसा काव्य जिसमें गद्य और पद्य दोनों हों – चम्पू

145- चारों ओर की सीमा – चौहद्दी

146- बरसात के चार महीने- चौमासा

147- छिपे वेश में रहना – छद्मवेश

148- किसी में दोष ढूढना – छिद्रान्वेषण

149- किसी पर आरोप लगा कर छेड़ना – छींटाकसी

150- जनता द्वारा चलाया जाने वाला शासन – जनतंत्र

151- जीने की प्रबल इच्छा – जिजीविषा

152- किसी पर विजय पाने की इच्छा – जिगीषा

153- जानने की इच्छा रखने वाला – जिज्ञासु

154- जो संतान अवैध हो – जारज

155- जल में चलने वाला यान – जलयान

156- जन्म से सौ वर्ष का समय – जन्मशती, जन्मशताब्दी

157- जो जन्म से ही अंधा हो – जन्मांध

158- बुढ़ापे के कारण जर्जर – जराजीर्ण

159- पेट की अग्नि – जठराग्नि

160- जंगल की आग – दावानल

161- पति का बड़ा भाई – जेठ

162- बेटी का पति – जामाता, दामाद

163- स्वाभावतः झगड़ा करने वाला – झगड़ालू

164- किसी विषय पर अपना मत रखना – टिप्पणी

165- सिक्के ढलने के कारखाना – टकसाल

166- चारों ओर से जल से घिरी जमीन – टापू

167- जिसमें बाण रखे जाते हैं – तरकश, तूणीर

168- तर्क के आधार पर ठीक हो – तार्किक, तर्कसंगत

169- भूत, भविष्य, वर्तमान तीनों काल को जानने वाला – त्रिकालज्ञ

170- जो त्याग देने लायक हो – त्याज्य

171- विवाद या गुटबाजी से अलग रहने वाला – तटस्थ

172- जिसको त्याग दिया गया हो – त्यक्त

173- काम में निष्ठापूर्वक लगा हुआ – तत्पर

174- एक व्यक्ति द्वारा चलाया जाने वाला मनमाना शासन- तानाशाही

175- करचोरी से प्रतिबंधित माल बेचने वाला – तस्कर

176- जो देवताओं के योग्य हो – दिव्य

177- गोद लिया हुआ पुत्र – दत्तक

178- जहां जाना कठिन हो – दुर्गम

179- पति- पत्नी का जोड़ा – दम्पति

180- दण्ड दिए जाने योग्य – दंडनीय

181- जिसका मुख्य दाईं ओर हो –दक्षिणावर्त, दक्षिणाभिमुखी

182- पूरी तरह मन लगाकर – दत्तचित्त

183- बुरे चरित्र वाला – दुश्चरित्र

184- जिसे करना बहुत कठिन हो – दुष्कर

185- जो अपनी प्रतिज्ञा पर दृढ़ रहता हो – दृढ़प्रतिज्ञ

186- अपने देश से विश्वासघात करने वाला – देशद्रोही

187- तेज गति से जाने वाला – द्रुतगामी

188- ऐसा अकाल जिसमें भिक्षा देना भी कठिन हो – दुर्भिक्ष

189- जिसे भेदना कठिन हो – दुर्भेद्य

190- जिसका समाधान कठिन हो – दुःसाध्य

191- अनुचित बात के लिए आग्रह करना – दुराग्रह

192- जिसे पूजा द्वारा प्रसन्न करना कठिन हो – दुराराध्य

193- जिसके दश मुंह हों – दशानन, दशमुख

194- जिस पर तिथि या दिनांक अंकित हो – दिनांकित

195- जो अपने ऋण चुकाने में असमर्थ हो – दिवालिया

196- जिसकी बाहें घुटनों तक लम्बी हों – आजानुबाहु

197- जो देखने योग्य हो – दर्शनीय

198- पुराने संकुचित विचारों वाला – दकियानूस

199- विवाह के बाद बहू का दोबारा ससुराल आना – द्विरागमन

200- जिसे दबाया/ पीड़ित किया गया हो – दलित

201- नजर का दोष होना – दृष्टिदोष

202- दो भाषाएं बोलने वाला – द्विभाषी,

203- दो भिन्न भाषा बोलने वालों के बीच मध्यस्थता करने वाला – द्विभाषिया

204- जो वस्तु दूसरों के यहां रखी हो – धरोहर

205- धन देने वाली – धनदा

206- धार्मिक सिद्धान्तो के अनुसार आचरण करने वाला – धर्मात्मा

207- धनुष धारण करने वाला – धनुर्धर

208- यात्रियों के लिए बने आश्रय स्थल – धर्मशाला

209- मछली पकड़ने वाली जाति – धीवर

210- जिसकी धर्म में निष्ठा हो – धर्मनिष्ठ

211- जो गिनती के योग्य न हो – नगण्य

212- जो ईश्वर को न मानता हो – नास्तिक

213- ईश्वर में विश्वास रखने वाला – आस्तिक

214- जो निंदा के योग्य हो – निंदनीय

215- जो कामना रहित हो – निष्काम

216- जो नीचे लिखा गया हो- निम्नलिखित

217- जो भयभीत न होता हो – निर्भीक, अभय

218- बिना मांस का – निरामिष

219- जिसके मन में दया न हो – निर्दयी

220- जिसके हृदय में ममता न हो – निर्मम

221- बिना किसी फीस/ शुल्क का – निःशुल्क

222- जो चिंता से रहित हो – निश्चिंत

223- जिसका कोई आधार न हो – निराधार

224- जो विषय भोग से रहित हो – निरीह

225- जिसको किसी प्रकार का लोभ न हो – निस्पृह

226- जिसका कोई आसरा न हो – निराश्रय

227- जो नष्ट होने वाला हो – नश्वर

228- जिसे अक्षर ज्ञान न हो – निरक्षर

229- जिसके पास शक्ति का अभाव हो – निर्बल, दुर्बल

230- जो हर बात में निराशा प्रकट करता हो – निराशावादी

231- रात्रि के मध्य भाग का समय – निशीथ

232- जिस पर किसी प्रकार का अंकुश न हो – निरंकुश

233- जिसके पास कोई उत्तर न हो – निरुत्तर

234- बिना पलक झपकाए लगातार देखना – निर्निमेष

235- जिसका कोई आकार न हो – निराकार

236- सरकारी अधिकारियों का शासन – नौकरशाही, लालफीताशाही

237- जिसके विषय में कोई मतभेद या विवाद न हो – निर्विवाद

238- जो नया आया हो – नवागत

239- जहां किसी बात का डर या खतरा न हो – निरापद

240- देश के बाहर माल भेजना – निर्यात

241- दूसरे देश से माल लेना – आयात

242- जिसका निषेध किया गया हो – निषिद्ध

243- जिसपर कोई कलंक न लगा हो – निष्कलंक

244- जिसने कभी पाप न किया हो – निष्पाप

245- जिसमें तेज न हो – निष्तेज

246- जिसकी सहायता करने वाला कोई न हो – निस्सहाय

247- नीति का ज्ञान रखने वाला – नीतिज्ञ

248- जिसकी आशा न की गयी हो – अप्रत्याशित

249- बिना जड़ का – निर्मूल

250- हाल ही में पैदा हुआ – नवजात

251- हाल में ब्याही वधू – नववधू

252- नगर में रहने वाला – नागरिक

253- पुत्री की पुत्री – नातिन

254- नरक से संबंधित या नरक में रहने वाला – नारकीय

255- जिसमें शब्द न हो रहा हो – निःशब्द

256- जिसकी कोई संतान न हो – निःसंतान

257- जिसे देश से निकाला गया हो – निर्वासित

258- जिसे कोई रोग न हो – निरोग

259- जिसकी उपमा न दी जा सके – निरुपम

260- सिर से पाँव तक के सब अंग – नखशिख

261- नया उदय होने वाला – नवोदित

262- जिसका गला नीले रंग का है – नीलकंठ

263- जिसका कोई अर्थ न हो – निरर्थक

264- निम्न कोटि का – निकृष्ट

265- जो शंका करने वाला योग्य न हो – निःशंक

266- जो दूसरे के अधीन हो – परतंत्र

267- मिट्टी का बना हुआ या पृथ्वी से संबंधित – पार्थिव

268- जो सुख दुख से परे हो – परमहंस

269- जो प्रशंसा के योग्य हो – प्रशंसनीय

270- जो देखने में प्रिय लगे – प्रियदर्शी

271- पद का लालची – पदलोलुप

272- जिसकी पूजा की जा सके – पूजनीय

273- इतिहास लेखन से पहले का – प्रागैतिहासिक

274- पिता से प्राप्त की हुई संपत्ति – पैतृक

275- पत्ते की बनी हुई कुटी – पर्णकुटी

276- आंखों के सामने – प्रत्यक्ष

277- उपकार के बदले किया गया उपकार – प्रत्युपकार

278- जो गिरा हुआ हो – पतित

279- जिसका जन्म शरीर से हो – पिंडज

280- किये हुए पाप को स्वीकार कर दण्ड भोगना – प्रायश्चित

281- परिश्रम के बदले मिला हुआ धन आदि – पारिश्रमिक

282- पशुओं का या पशुओं जैसा – पाशविक

283- जिसे पीने की तीव्र इच्छा हो – पिपासु

284- किसी के निधन की वार्षिक तिथिं – पुण्यतिथि

285- अपने पुत्र की पत्नी – पुत्रवधू

286- किसी बात को दोबारा कहना – पुनरुक्ति

287- जिसकी प्रतिष्ठा या सम्मान हो – प्रतिष्ठित

288- जिसके आर पार देखा जा सके – पारदर्शी

289- जो कहीं जाकर वापस लौट आया हो- प्रत्यागत

290- ठीक समय पर तुरंत उपाय सोच लेने वाला- प्रत्युतपन्नमति

291- जो प्रमाण से सिद्ध हो सके – प्रमेय

292- विदेश में रहने वाला व्यक्ति – प्रवासी

293- प्रश्न के रूप में पूछने योग्य – प्रष्टव्य

294- स्त्री जिसने बच्चे को जन्म दिया हो – प्रसूता

295- हास्य रस प्रधान नाटक – प्रहसन

296- किसी टूटी फूटी वस्तु का फिर से निर्माण – पुनर्निर्माण

297- जिसकी कामना पूरी हो गयी हो – पूर्णकाम

298- किसी प्रश्नपत्र के लिए निर्धारित अंक, पूरे अंक – पूर्णांक

299- पुत्र का पुत्र – पौत्र

300- पुत्र की पुत्री – पौत्री


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एकांकी

✍तैत्तिरीयोपनिषत्

  ॥ तैत्तिरीयोपनिषत् ॥ ॥ प्रथमः प्रश्नः ॥ (शीक्षावल्ली ॥ தைத்திரீயோபநிஷத்து முதல் பிரச்னம் (சீக்ஷாவல்லீ) 1. (பகலுக்கும் பிராணனுக்கும் அதிஷ்ட...