1. ‘अतीत के चलचित्र’ के रचयिता कौन हैं? – महादेवी वर्मा
2. ‘अशोक के फूल’ (निबंध सग्रह) के रचनाकार कौन हैं? – हज़ारी प्रसाद द्विवेदी
3. ‘अष्टछाप’ के सर्वश्रेष्ठ भक्त कवि कौन हैं? – सूरदास
4. ‘आँसू’ (काव्य) के रचयिता कौन हैं? – जयशंकर प्रसाद
5. ‘एक नार पिया को भानी। तन वाको सगरा ज्यों पानी।’ यह पंक्ति किस भाषा की है? – ब्रजभाषा
6. ‘कामायनी’ किस प्रकार का ग्रंथ है? – महाकाव्य
7. ‘गागर में सागर’ भरने का कार्य किस कवि ने किया है? – बिहारीलाल
8. ‘गाथा’ (गाहा) कहने से किस लोक प्रचलित काव्यभाषा का बोध होता है? – प्राकृत
9. ‘घनिष्ठ’ की शुद्ध उत्तरावस्था क्या है? – घनिष्ठतर
10. ‘चारु’ शब्द की शुद्ध भावात्मक संज्ञा क्या है? – चारुता
11. ‘चिंतामणि’ के रचयिता कौन हैं? – रामचन्द्र शुक्ल
12. ‘जो अपनी जान खपाते हैं, उनका हक उन लोगों से ज़्यादा है, जो केवल रुपया लगाते हैं।’ यह कथन ‘गोदान’ के किस पात्र द्वारा कहा गया है? – महतो
13. ‘जो जिण सासण भाषियउ सो मई कहियउ सारु। जो पालइ सइ भाउ करि सो तरि पावइ पारु॥’ इस दोहे के रचनाकार का नाम क्या है? – देवसेन
14. ‘झरना’ (काव्य संग्रह) के रचयिता कौन हैं? – जयशंकर प्रसाद
15. ‘दुरित, दुःख, दैन्य न थे जब ज्ञात, अपरिचित जरा-मरण-भ्रू पात।।’ इस पंक्ति के रचनाकार कौन हैं? – सुमित्रानंदन पंत
16. ‘देखन जौ पाऊँ तौ पठाऊँ जमलोक हाथ, दूजौ न लगाऊँ, वार करौ एक करको।’ ये पंक्तियाँ किस कवि द्वारा सृजित हैं? – नाभादास
17. ‘दोहाकोश’ के रचयिता कौन हैं? – सरहपा
18. ‘नमक का दरोगा’ कहानी के लेखक कौन हैं? – प्रेमचंद
19. ‘नागनंदा’ नामक संस्कृतनटक की रचना किस शासक ने की? – हर्षवर्धन ने
20. ‘नाट्यशास्त्र’ की रचना किसने की? – भरत मुनि
21. ‘निराला के राम तुलसीदास के राम से भिन्न और भवभूति के राम के निकट हैं।’ यह कथन किस हिन्दी आलोचक का है? – डॉ. रामविलास शर्मा
22. ‘निरुत्तर’ शब्द का शुद्ध सन्धि विच्छेद क्या है? – निः+उत्तर
23. ‘निशा -निमंत्रण’ के रचनाकार कौन हैं? – हरिवंश राय बच्चन
24. ‘पंचवटी’ कौन-सा समास है? – द्विगु
25. ‘पद्मावत’ किसकी रचना है? – मलिक मुहम्मद जायसी
वाक्यांश के लिए एक शब्द
● जो दिखायी न पड़े – अदृश्य, अप्रत्यक्ष (UPPCS, IAS)
● जो सदा से चला आ रहा है – अनवरत (IAS)
● जो कभी नहीं मरता – अमर्त्य, अमर (APO, RAS, IAS)
● जो आगे (दूर) की न सोचता हो – अदूरदर्शी (Upper Sub.)
● जो आगे (दूर) की सोंचता हो – अग्रसोची, दूरदर्शी (UPPCS)
● धरती (पृथ्वी) और आकाश के बीच का स्थान – अंतरिक्ष (UPPCS)
● जिसका कोई अर्थ न हो – अर्थहीन (UPPCS)
● जिस पर आक्रमण न किया गया हो – अनाक्रांत (UPPCS)
● जिसे जीता न जा सके – अजेय (UPPCS, Upper Sub., RO)
● बिना वेतन काम करने वाला – अवैतनिक (UPPCS, B.Ed., Low Sub.)
● जिसका जन्म पहले हुआ हो (बड़ा भाई) – अग्रज (RAS)
● दोपहर के बाद का समय – अपराह्न (IAS, Upper Sub., UPPCS)
● जो पराजित न किया जा सके – अपराजेय (UKPCS)
● अधिक बढ़ा-चढ़ा कर कहना – अतिशयोक्ति, अतियुक्ति (B.Ed.)
● जिसका परिहार (त्याग) न हो सके/जिसको छोड़ा न जा सके – अपरिहार्य (UPPCS, B.Ed., Low Sub.)
● जो कानून के प्रतिकूल हो/जो विधि के विरुद्ध हो – अवैध, अविधिक (UPPCS, IAS)
● जो समय पर न हो – असामयिक (UPPCS)
● जो अवश्य होने वाला हो – अवश्यम्भावी (APO, UPPCS)
● जिसका विवाह न हुआ हो – अविवाहित (IAS)
● जो सबके अन्तःकारण की बात जानने वाला हो – अन्तर्यामी (MPPCS)
● जिसका इलाज न हो सके – असाध्य (RO)
● किसी कार्य के लिए दी जाने वाली आर्थिक सहायता – अनुदान (UKPCS)
● व्यर्थ/अनुचित खर्च करने वाला – अपव्ययी (RAS, UPPCS)
● जिसकी पहले से कोई आशा न हो – अप्रत्याशित (UPPCS, APO)
● पुरुष जो अभिनय करता हो – अभिनेता (MPPSC)
● जो भेदा या तोड़ा न जा सके – अभेद्य (Low Sub.)
● जिसका जन्म छोटी जाति (निचले वर्ण) में हुआ हो – अंत्यज (RO)
● जो अभी-अभी उत्पन्न हुआ हो – अद्यःप्रसूत (UPPCS)
● जिसको क्षमा न किया जा सके – अक्षम्य (Low Sub.)
● जो न जाना जा सके – अज्ञेय (Upper Sub., UPPCS)
● जो कुछ न जानता हो – अज्ञ, अज्ञानी (UPPCS, B.Ed.)
● कम बोलने वाला – अल्पभाषी, मितभाषी (Low Sub., APO, UPPCS, RAS,)
● थोड़ा जानने वाला – अल्पज्ञ (RAS, MPPCS)
● जिसका कभी अन्त न हो – अनन्त (UPPCS, B.Ed.)
● जिसका माँ-बाप न हो – अनाथ (IAS, UPPCS)
● जिसके समान कोई दूसरा न हो – अद्वितीय (RAS, IAS, UPPCS)
● जिस पर मुकद्दमा चल रहा हो/ जिस पर अभियोग लगाया गया हो – अभियुक्त, अभियोगी (UPPCS, APO, IAS)
● जिसकी कोई सीमा न हो – असीम (IAS, UPPCS)
● जिसके आने की कोई तिथि न हो – अतिथि (IAS, UPPCS)
● जिसे भुलाया न जा सके – अविस्मृति (IAS)
● जिसकी उपमा न हो – अनुपम, अनुपमा (UPPCS, IAS)
● जिसे बुलाया न गया हो/जो बिना बुलाये आया हो – अनाहूत (IAS, UPPCS)
● जिसका वचन या वाणी द्वारा वर्णन न किया जा सके/जिसे वाणी व्यक्त न कर सके – अनिर्वचनीय, अवर्णनीय (IAS, UPPCS)
● जिसे शब्दों में नहीं कहा जा सके – अकथनीय (UPPCS)
● जिसका निवारण न हो सकता हो – असाध्य (UPPCS, B.Ed.)
● जो अनुकरण करने योग्य हो – अनुकरणीय (APO)
● किसी के पीछे-पीछे चलने वाला/जो पीछे चलता हो – अनुचर, अनुगामी, अनुयायी (IAS, B.Ed.)
● जिस पर अनुग्रह किया गया हो – अनुगृहीत (UPPCS, B.Ed.)
● जो हिसाब किताब की जाँच करता हो – अंकेक्षक (MPPCS)
● रूप के अनुसार – अनुरूप (UPPCS)
● सोच-समझकर कार्य न करने वाला – अविवेकी (UPPCS, RAS)
● जो पहले कभी घटित न हुआ हो – अघटित (IAS)
● जिसकी परिभाषा देना संभव न हो – अपरिभाषित (IAS, B.Ed.)
● विकृत शब्द/बिगड़ा हुआ शब्द – अपभ्रंश (UPPCS)
● जो विश्वास करने योग्य (लायक) न हो – अविश्वासनीय (Low Sub.)
● जिसका किसी भी प्रकार उल्लंघन नहीं किया जा सके – अनुलंघनीय (Low Sub.)
● जो अभी तक न आया हो – अनागत (IAS, B.Ed.)
● मूल्य घटाने की क्रिया – अवमूल्यन (IAS, B.Ed.)
● अधिकार या कब्जे में आया हुआ – अधिकृत (UKPCS)
● जो पहले कभी नहीं सुना गया – अनुश्रुत (Low Sub.)
● जिसका जन्म अण्डे से हो – अण्डज (APO, B.Ed.)
● गुरु के समीप या साथ रहने वाला विद्यार्थी – अन्तेवासी (UPPCS, B.Ed.)
● जो व्यय न किया जा सके – अव्यय (Low Sub.)
● जिसका उत्तर न दिया गया हो – अनुत्तरित (Low Sub., UPPCS)
● जो बदला न जा सके – अपरिवर्तनीय (Low Sub.)
● जो इधर-उधर से घूमता-फिरता आ जाए – आगन्तुक (UPPCS, IAS)
● जो आदर करने योग्य हो – आदरणीय (IAS)
क्रेडिट सामान्य अध्ययन
● आशा से अधिक/जिसकी आशा न की गई हो – आशातीत (Upper Sub., Low Sub.)
● आलोचना करने वाला – आलोचक (Upper Sub.)
● आदि से अन्त तक – आद्योपान्त, आद्यन्त (UPPCS, IAS)
● जो अपने पैरों पर खड़ा हो – आत्म-निर्भर (UPPCS)
● आभार मानने वाला – आभारी (RAS, UPPCS)
● जो किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण-दोष की आलोचना करता हो – आलोचक (RAS)
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