Wednesday, April 21, 2021

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द /Anek shabdon ke liye ek shabd (1-510)

 


अनेक शब्दों के लिए एक शब्द    ( 1-510 )

Anek shabdon ke liye ek shabd



1- जो कभी बूढ़ा न हो – अजर
2- जिसकी कभी मृत्यु न हो- अमर
3- जो दिखाई न दे – अदृश्य
4- जिसे जाना न जा सके- अज्ञेय
5- जो दिया न जा सके – अदेय
6- जो पिया न जा सके- अपेय
7- जो खाया न जा सके- अखाद्य
8- जिसे छूना वर्जित हो – अस्पृश्य
9- जिसे पहले पढ़ा न हो – अपठित
10- जिसे टाला न जा सके- अवश्यम्भावी

11- जिसके बारे में कुछ पता न हो- अज्ञात

12- जिसे जीता न जा सके- अजेय
13- जिसे हराया न जा सके- अपराजेय
14- जिसका उल्लंघन न किया जा सके- अनुलंघनीय
15- पीछे चलने वाला – अनुगामी
16- साथ चलने वाला – सहचर
17- मन की बात जानने वाला- अंतर्यामी
18- सब कुछ देख लेने वाला- सर्वदृष्टा
19- सब कुछ जानने वाला- सर्वज्ञानी, सर्वज्ञ
20- अपने आप में मग्न रहने वाला- अंतर्मुखी

21- सबसे घुल मिल जाने वाला- बहिर्मुखी

22- कुछ न जानने वाला- अज्ञानी

23- रात्रि में घूमने वाला – रात्रिचर, निशाचर
24- प्रतिदिन होने वाला- दैनिक, रोजाना
25- सप्ताह में एक बार होने वाला- साप्ताहिक
26- पंद्रह दिन में एक बार होने वाला- पाक्षिक
27- माह में एक बार होने वाला- मासिक
28- तीन महीने में एक बार होने वाला- त्रैमासिक
29- छः महीने में एक बार होने वाला- अर्द्धवार्षिक, छमाही
30- साल में एक बार होने वाला – वार्षिक, सालाना


31- पूरे जीवन भर – आजीवन
32- करने योग्य कार्य – करणीय
33- जहां कोई इंसान न हो – निर्जन
34- संसार से संबंधित- लौकिक, सांसारिक
35- संसार से बाहर का- अलौकिक, पारलौकिक
36- पूरे दिन के क्रिया-कलाप- दिनचर्या
37- जिसे जीतना कठिन हो- दुर्जय
38- जो हो न सके – असम्भव
39- शाक सब्जी खाने वाला- शाकाहारी
40- मांस खाने वाला- मांसाहारी


41- सब कुछ कहने वाला- सर्वाहारी
42- बहुत कम खाने वाला- अल्पाहारी
43- कड़वे वचन बोलने वाला – कटुभाषी
44- मीठा बोलने वाला – मधुरभाषी
45- कम बोलने वाला- मितभाषी
46- दूसरों की बुराई, निंदा करने वाला- परनिंदक, निंदक
47- बड़ाई या प्रसंशा करने वाला – प्रसंशक
48- जो बोलने में असमर्थ हो – मूक, गूंगा
49- जो सुनने में असमर्थ हो – बधिर, बहरा
50- जो देखने में असमर्थ हो – अंधा


51- जिसका कोई अंग काम न करता हो – विकलांग, दिव्यांग
52- जिसकी बुद्धि बहुत तेज हो – कुशाग्रबुद्धि
53- जिसकी बुद्धि कमजोर हो – मंदबुद्धि
54- आसानी से प्राप्त होने वाला – सुलभ
55- बहुत कठिनाई से मिलने वाला – दुर्लभ
56- जिसे करना कठिन हो – दुष्कर
57- जिसे कोई शोक न हो – अशोक
58- दूसरों से जलन रखने वाला – ईर्ष्यालु
59- दूसरों का उपकार करने वाला – परोपकारी
60- सुख दुख में समान रहने वाला – स्थिरप्रज्ञ


61- जिसका मूल्य न बताया जा सके – अमूल्य
62- जिसका कोई सगा-सम्बन्धी न हो – अनाथ
63- भाग्य जिसका साथ न दे – अभागा
64- जो पहले कभी न हुआ हो – अभूतपूर्व
65- जो शीघ्र ही मरने वाला हो – मरणासन्न
66- जिसे पड़ से हटा दिया गया हो- पदच्युत
67- दूसरों की भलाई के लिए सोचने वाला – शुभचिंतक
68- जिसकी मृत्यु हो गयी हो- स्वर्गीय, मृत
69- लम्बे समय तक जीवित रहने वाला – चिरंजीवी
70- जिसका जीवन दूसरों पर आश्रित हो – परजीवी


71- जो दूर की सोचता हो – दूरदर्शी
72- धरती और आकाश के बीच का स्थान- अंतरिक्ष
73- किसी देश के अंदर के मामले- अंतर्देशीय
74- जो बीत चुका हो – अतीत, भूत,
75- जो इंद्रियों के द्वारा न जाना जा सके- अगोचर
76- जिसने इंद्रियों को वश में कर लिया है- जितेंद्रिय
77- दोपहर के पहले का समय – पूर्वाह्न
78- दोपहर के बाद का समय- अपराह्न
79- जिसका त्याग न किया जा सके- अपरिहार्य
80- जिसका अनुभव किया जा चुका हो – अनुभूत


81- बिना वेतन काम करने वाला – अवैतनिक
82- जिसका कोई शत्रु न हो – अजातशत्रु
83- जिसके पास कुछ न हो – अकिंचन
84- जो कानून के विरुद्ध हो – अवैधानिक, अवैध
85- जो तोला या नापा न जा सके – अपरिमेय
86- जिसका इलाज न हो सके – असाध्य
87- जिसका मन कहीं और लगा हो – अन्यमनस्क
88- आवश्यकता से अधिक संग्रह न करना – अपरिग्रह
89- सामान्य नियम के विरुद्ध – अपवाद
90- अनुचित खर्च करने वाला – अपव्ययी


91- जिसका कभी अंत न हो- अनंत
92- जिसके समान कोई दूसरा न हो – अद्वितीय
93- जिसका खण्डन न किया जा सके – अकाट्य
94- जिसपर मुकदमा चल रहा हो – अभियुक्त,
95- जिसकी कोई सीमा न हो – असीम
96- जिसके आने की कोई तिथिं न हो – अतिथि
97- जो घूमता फिरता आ जाए – आगंतुक
98- ऊपर चढ़ने वाला- आरोही
99- जो ऊपर कहा गया हो- उपर्युक्त
100- किसी के बाद उसके पद यत् संपत्ति को ग्रहण करने वाला – उत्तराधिकारी


101- जो जमीन उपजाऊ हो – उर्वरा
102- जिसका उल्लेख करना आवश्यक हो- उल्लेखनीय
103- जल और जमीन दोनों पर चलने वाला- उभयचर
104- खाने के बाद बचा हुआ जूठन- उच्छिष्ट
105- जिस जमीन पर कुछ उत्पन्न न हो – ऊसर
106- एक ही आदमी का अधिकार – एकाधिकार
107- इतिहास से संबंधित – ऐतिहासिक
108- इंद्रियों से सम्बंधित – ऐन्द्रिक
109- जो अपनी इच्छा पर निर्भर हो – ऐच्छिक
110- अपनी विवाहिता पत्नी से उत्पन्न पुत्र – औरस


111- ऊपरी आचरण – औपचारिक
112- कर्तव्य न सूझ रहा हो- किंकर्तव्यविमूढ़
113- भूख-प्यास और भय से घबराया हुआ – कातर, अधीर
114- कथा जो जनसामान्य में प्रचलित हो- किंवदंती
115- किसका ज्ञान सीमित हो, जो एक ही स्थान के बारे में जानता हो – कूपमंडूक
116- जो खरीदा गया हो – क्रीत
117- किये गए अहसान को भूल जाने वाला – अहसानफरामोश, कृतघ्न

118- उपकार मानने वाला – कृतज्ञ
119- कार्य हो जाने से संतुष्ट – कृतार्थ
120- किसी वस्तु को देखने अथवा सुनने की प्रबल इच्छा – कौतूहल


121- कविता लिखने वाली स्त्री – कवयित्री
122- सारे शरीर की हड्डियों का ढांचा – कंकाल
123- बाधाओं या कांटों से भरा मार्ग – कंटकाकीर्ण
124- कमल के समान सुंदर आंखों वाली – कमलनयनी
125- किसी विचार को कार्य रूप में बदलना – कार्यान्वयन
126- जो काम से जी चुराता हो – कामचोर
127- जो अच्छे चाल चलन का न हो – कुचाली
128- मन गढ़ंत बात – कपोलकल्पित
129- काम में लगा रहने वाला – कर्मठ
130- लता बेलों से घिरा सुंदर स्थान – कुंज


131- ऐसा ग्रहण जिसमें सूर्य या चन्द्रमा पूरा ढंक जाए- खग्रास
132- जो आकाश में चलता हो – खेचर, नभचर
133- खाने योग्य पदार्थ – खाद्य
134- आकाश को चूमने या छूने वाला – गगनचुंबी
135- दिन और रात के बीच का समय – गोधूलि
136- जो भोजन देर से पचे – गरिष्ठ
137- जिसके सिर पर बाल न हो – गंजा
138- गंगा से उतपन्न या सम्बंधित – गांगेय
139- घुलने योग्य पदार्थ – घुलनशील
140- जिसका राज्य पूरी पृथ्वी पर हो – चक्रवर्ती


141- जो सदा से चला आ रहा हो – चिरन्तन, शाश्वत
142- जिसके चार पैर हों – चतुष्पद
143- अपने लाभ के लिए किसी की प्रशंसा करने वाला – चाटुकार
144- ऐसा काव्य जिसमें गद्य और पद्य दोनों हों – चम्पू
145- चारों ओर की सीमा – चौहद्दी
146- बरसात के चार महीने- चौमासा
147- छिपे वेश में रहना – छद्मवेश
148- किसी में दोष ढूढना – छिद्रान्वेषण
149- किसी पर आरोप लगा कर छेड़ना – छींटाकसी
150- जनता द्वारा चलाया जाने वाला शासन – जनतंत्र


151- जीने की प्रबल इच्छा – जिजीविषा
152- किसी पर विजय पाने की इच्छा – जिगीषा
153- जानने की इच्छा रखने वाला – जिज्ञासु
154- जो संतान अवैध हो – जारज
155- जल में चलने वाला यान – जलयान
156- जन्म से सौ वर्ष का समय – जन्मशती, जन्मशताब्दी
157- जो जन्म से ही अंधा हो – जन्मांध
158- बुढ़ापे के कारण जर्जर – जराजीर्ण
159- पेट की अग्नि – जठराग्नि
160- जंगल की आग – दावानल

161- पति का बड़ा भाई – जेठ
162- बेटी का पति – जामाता, दामाद
163- स्वाभावतः झगड़ा करने वाला – झगड़ालू
164- किसी विषय पर अपना मत रखना – टिप्पणी
165- सिक्के ढलने के कारखाना – टकसाल
166- चारों ओर से जल से घिरी जमीन – टापू
167- जिसमें बाण रखे जाते हैं – तरकश, तूणीर
168- तर्क के आधार पर ठीक हो – तार्किक, तर्कसंगत
169- भूत, भविष्य, वर्तमान तीनों काल को जानने वाला – त्रिकालज्ञ
170- जो त्याग देने लायक हो – त्याज्य


171- विवाद या गुटबाजी से अलग रहने वाला – तटस्थ
172- जिसको त्याग दिया गया हो – त्यक्त
173- काम में निष्ठापूर्वक लगा हुआ – तत्पर
174- एक व्यक्ति द्वारा चलाया जाने वाला मनमाना शासन- तानाशाही
175- करचोरी से प्रतिबंधित माल बेचने वाला – तस्कर
176- जो देवताओं के योग्य हो – दिव्य
177- गोद लिया हुआ पुत्र – दत्तक
178- जहां जाना कठिन हो – दुर्गम
179- पति- पत्नी का जोड़ा – दम्पति
180- दण्ड दिए जाने योग्य – दंडनीय


181- जिसका मुख्य दाईं ओर हो –दक्षिणावर्त, दक्षिणाभिमुखी
182- पूरी तरह मन लगाकर – दत्तचित्त
183- बुरे चरित्र वाला – दुश्चरित्र
184- जिसे करना बहुत कठिन हो – दुष्कर
185- जो अपनी प्रतिज्ञा पर दृढ़ रहता हो – दृढ़प्रतिज्ञ
186- अपने देश से विश्वासघात करने वाला – देशद्रोही
187- तेज गति से जाने वाला – द्रुतगामी
188- ऐसा अकाल जिसमें भिक्षा देना भी कठिन हो – दुर्भिक्ष
189- जिसे भेदना कठिन हो – दुर्भेद्य
190- जिसका समाधान कठिन हो – दुःसाध्य


191- अनुचित बात के लिए आग्रह करना – दुराग्रह
192- जिसे पूजा द्वारा प्रसन्न करना कठिन हो – दुराराध्य
193- जिसके दश मुंह हों – दशानन, दशमुख
194- जिस पर तिथि या दिनांक अंकित हो – दिनांकित
195- जो अपने ऋण चुकाने में असमर्थ हो – दिवालिया
196- जिसकी बाहें घुटनों तक लम्बी हों – आजानुबाहु
197- जो देखने योग्य हो – दर्शनीय
198- पुराने संकुचित विचारों वाला – दकियानूस
199- विवाह के बाद बहू का दोबारा ससुराल आना – द्विरागमन
200- जिसे दबाया/ पीड़ित किया गया हो – दलित


201- नजर का दोष होना – दृष्टिदोष
202- दो भाषाएं बोलने वाला – द्विभाषी,
203- दो भिन्न भाषा बोलने वालों के बीच मध्यस्थता करने वाला – द्विभाषिया
204- जो वस्तु दूसरों के यहां रखी हो – धरोहर
205- धन देने वाली – धनदा
206- धार्मिक सिद्धान्तो के अनुसार आचरण करने वाला – धर्मात्मा
207- धनुष धारण करने वाला – धनुर्धर
208- यात्रियों के लिए बने आश्रय स्थल – धर्मशाला
209- मछली पकड़ने वाली जाति – धीवर
210- जिसकी धर्म में निष्ठा हो – धर्मनिष्ठ


211- जो गिनती के योग्य न हो – नगण्य
212- जो ईश्वर को न मानता हो – नास्तिक
213- ईश्वर में विश्वास रखने वाला – आस्तिक
214- जो निंदा के योग्य हो – निंदनीय
215- जो कामना रहित हो – निष्काम
216- जो नीचे लिखा गया हो- निम्नलिखित
217- जो भयभीत न होता हो – निर्भीक, अभय
218- बिना मांस का – निरामिष
219- जिसके मन में दया न हो – निर्दयी
220- जिसके हृदय में ममता न हो – निर्मम


221- बिना किसी फीस/ शुल्क का – निःशुल्क
222- जो चिंता से रहित हो – निश्चिंत
223- जिसका कोई आधार न हो – निराधार
224- जो विषय भोग से रहित हो – निरीह
225- जिसको किसी प्रकार का लोभ न हो – निस्पृह
226- जिसका कोई आसरा न हो – निराश्रय
227- जो नष्ट होने वाला हो – नश्वर
228- जिसे अक्षर ज्ञान न हो – निरक्षर
229- जिसके पास शक्ति का अभाव हो – निर्बल, दुर्बल
230- जो हर बात में निराशा प्रकट करता हो – निराशावादी


231- रात्रि के मध्य भाग का समय – निशीथ
232- जिस पर किसी प्रकार का अंकुश न हो – निरंकुश
233- जिसके पास कोई उत्तर न हो – निरुत्तर
234- बिना पलक झपकाए लगातार देखना – निर्निमेष
235- जिसका कोई आकार न हो – निराकार
236- सरकारी अधिकारियों का शासन – नौकरशाही, लालफीताशाही
237- जिसके विषय में कोई मतभेद या विवाद न हो – निर्विवाद
238- जो नया आया हो – नवागत
239- जहां किसी बात का डर या खतरा न हो – निरापद
240- देश के बाहर माल भेजना – निर्यात


241- दूसरे देश से माल लेना – आयात
242- जिसका निषेध किया गया हो – निषिद्ध
243- जिसपर कोई कलंक न लगा हो – निष्कलंक
244- जिसने कभी पाप न किया हो – निष्पाप
245- जिसमें तेज न हो – निष्तेज
246- जिसकी सहायता करने वाला कोई न हो – निस्सहाय
247- नीति का ज्ञान रखने वाला – नीतिज्ञ
248- जिसकी आशा न की गयी हो – अप्रत्याशित
249- बिना जड़ का – निर्मूल
250- हाल ही में पैदा हुआ – नवजात


251- हाल में ब्याही वधू – नववधू
252- नगर में रहने वाला – नागरिक
253- पुत्री की पुत्री – नातिन
254- नरक से संबंधित या नरक में रहने वाला – नारकीय
255- जिसमें शब्द न हो रहा हो – निःशब्द
256- जिसकी कोई संतान न हो – निःसंतान
257- जिसे देश से निकाला गया हो – निर्वासित
258- जिसे कोई रोग न हो – निरोग
259- जिसकी उपमा न दी जा सके – निरुपम
260- सिर से पाँव तक के सब अंग – नखशिख


261- नया उदय होने वाला – नवोदित
262- जिसका गला नीले रंग का है – नीलकंठ
263- जिसका कोई अर्थ न हो – निरर्थक
264- निम्न कोटि का – निकृष्ट
265- जो शंका करने वाला योग्य न हो – निःशंक
266- जो दूसरे के अधीन हो – परतंत्र
267- मिट्टी का बना हुआ या पृथ्वी से संबंधित – पार्थिव
268- जो सुख दुख से परे हो – परमहंस
269- जो प्रशंसा के योग्य हो – प्रशंसनीय
270- जो देखने में प्रिय लगे – प्रियदर्शी


271- पद का लालची – पदलोलुप
272- जिसकी पूजा की जा सके – पूजनीय
273- इतिहास लेखन से पहले का – प्रागैतिहासिक
274- पिता से प्राप्त की हुई संपत्ति – पैतृक
275- पत्ते की बनी हुई कुटी – पर्णकुटी
276- आंखों के सामने – प्रत्यक्ष
277- उपकार के बदले किया गया उपकार – प्रत्युपकार
278- जो गिरा हुआ हो – पतित
279- जिसका जन्म शरीर से हो – पिंडज
280- किये हुए पाप को स्वीकार कर दण्ड भोगना – प्रायश्चित


281- परिश्रम के बदले मिला हुआ धन आदि – पारिश्रमिक
282- पशुओं का या पशुओं जैसा – पाशविक
283- जिसे पीने की तीव्र इच्छा हो – पिपासु
284- किसी के निधन की वार्षिक तिथिं – पुण्यतिथि
285- अपने पुत्र की पत्नी – पुत्रवधू
286- किसी बात को दोबारा कहना – पुनरुक्ति
287- जिसकी प्रतिष्ठा या सम्मान हो – प्रतिष्ठित
288- जिसके आर पार देखा जा सके – पारदर्शी
289- जो कहीं जाकर वापस लौट आया हो- प्रत्यागत
290- ठीक समय पर तुरंत उपाय सोच लेने वाला- प्रत्युतपन्नमति


291- जो प्रमाण से सिद्ध हो सके – प्रमेय
292- विदेश में रहने वाला व्यक्ति – प्रवासी
293- प्रश्न के रूप में पूछने योग्य – प्रष्टव्य
294- स्त्री जिसने बच्चे को जन्म दिया हो – प्रसूता
295- हास्य रस प्रधान नाटक – प्रहसन
296- किसी टूटी फूटी वस्तु का फिर से निर्माण – पुनर्निर्माण
297- जिसकी कामना पूरी हो गयी हो – पूर्णकाम
298- किसी प्रश्नपत्र के लिए निर्धारित अंक, पूरे अंक – पूर्णांक
299- पुत्र का पुत्र – पौत्र
300- पुत्र की पुत्री – पौत्री


301- जिसको दंडित किया गया हो – प्रताड़ित
302- किसी जगह से टकराकर वापस आयी ध्वनि – प्रतिध्वनि
303- दूसरे या विरोधी पक्ष का – प्रतिपक्षी
304- पिता का पिता – पितामह
305- पिता के पिता के पिता – प्रपितामह
306- हाथ से लिखी गयी पुस्तक – पांडुलिपि
307- किसी स्त्री को पत्नी के रूप में स्वीकार करने के लिए  उसका हाथ पकड़ना – पाणिग्रहण

308- अगुआ बनकर मार्ग दिखाने वाला – पथप्रदर्शक

309- जिसकी परीक्षा ली जा चुकी हो – परीक्षित
310- अधिक बकवास करने वाला – प्रगल्भ


311- प्रिय बोलने वाली स्त्री – प्रियंवदा
312- प्रिय बोलने वाला – प्रियवादी
313- परपुरुष से प्रेम करने वाली स्त्री – परकीया
314- दूध, दही, घी, शक्कर, शहद से बना मिश्रण – पंचामृत
315- जो दूसरों के आश्रय में रहता हो – पराश्रित
316- जान पहचान वाला – परिचित
317- जिसे पति ने त्याग दिया हो – परित्यक्ता
318- पूर्ण रूप से पका हुआ – परिपक्व
319- पहरा देने वाला – प्रहरी
320- अपने पति से सच्चा प्रेम करने वाली स्त्री – पतिव्रता


321- शरीर की मांसपेशियों का शिथिल हो जाना – पक्षाघातलकवा
322- जो निगाहों से ओझल हो – परोक्षअप्रत्यक्ष
323- शीघ्र आग पकड़ने वाला – ज्वलनशील
324- ऐसा वाक्य या पद जिसका उत्तर खोजना पड़े – पहेलीप्रहेलिका
325- लौटकर आया हुआ – प्रत्यावर्ती
326- पुस्तक में बाद में जोड़ा गया अंश – परिशिष्ट
327- मुकदमे का दूसरा पक्षकार – प्रतिवादी
328- पर्दे में रहने वाली – पर्दानशीं
329- जो शुद्ध किया जा चुका हो – परिमार्जित
330- वापस बुलाया हुआ – प्रत्याहूत


331- चारों ओर से घिरा हुआ – परिवेष्टित
332- प्रतियोगिता के विजेताओं को दिया जाने वाला उपहार – पारितोषिक
333- जो देश विदेश का भ्रमण करता हो – पर्यटक
334- किसी आरोप के उत्तर में लगाया जाने वाला आरोप – प्रत्यारोप
335- समान रूप से आगे बढ़ने की चेष्टा – प्रतिस्पर्धा
336- किसी विषय में पूरी तरह निपुण – पारंगत
337- रात्रि का प्रथम प्रहर/ संध्याकाल – प्रदोष
338- प्रयास करना जिसका स्वभाव हो – प्रयत्नशील
339- जो केवल फल खाकर रहता हो – फलाहारी
340- जिसमें शोभा के लिए फूल रखे जाते हैं – फूलदान

331- चारों ओर से घिरा हुआ – परिवेष्टित
332- प्रतियोगिता के विजेताओं को दिया जाने वाला उपहार – पारितोषिक
333- जो देश विदेश का भ्रमण करता हो – पर्यटक
334- किसी आरोप के उत्तर में लगाया जाने वाला आरोप – प्रत्यारोप
335- समान रूप से आगे बढ़ने की चेष्टा – प्रतिस्पर्धा
336- किसी विषय में पूरी तरह निपुण – पारंगत
337- रात्रि का प्रथम प्रहर/ संध्याकाल – प्रदोष
338- प्रयास करना जिसका स्वभाव हो – प्रयत्नशील
339- जो केवल फल खाकर रहता हो – फलाहारी
340- जिसमें शोभा के लिए फूल रखे जाते हैं – फूलदान


341- जिस स्थान पर बैठकर जुआँ खेला जाता है – फड़
342- घूम फिरकर सामान बेचने वाला – फेरीवाला
343- गैरजरूरी चीजों पर खर्च करने वाला – फिजूलखर्च
344- जिसके जोड़ का दूसरा न हो – बेजोड़
345- सूर्योदय से पूर्व दो घड़ी का समय – ब्रम्हमुहूर्त
346- जिसे समाज, जाति या किसी स्थान से बाहर निकाल दिया गया हो – बहिष्कृत
347- जिसकी जीविका बुद्धि संबंधी कामों से चलती हो – बुद्धिजीवी
348- खाने की इच्छा – बुभुक्षा
349- बहुत से रूप धारण करने वाला – बहुरूपिया
350- जो बहुत सी भाषाएं जानता हो – बहुभाषाविदबहुभाषी

351- छोटे कद का आदमी – बौना
352- क्रोध करने वाली स्त्री – भामिनी
353- भाग्य पर विश्वास करने वाला – भाग्यवादी
354- जो भाषा का ज्ञाता हो – भाषाविद
355- आगे घटित होने वाला – भावी
356- जमीन के अंदर के विज्ञान का जानकार – भूगर्भशास्त्री
357- किसी पद पर पहले रह चुका व्यक्ति – भूतपूर्व
358- भूगोल से सम्बंधित – भौगोलिक
359- किसी टूटी इमारत का बचा खुचा भाग – भग्नावशेष
360- मरने की इच्छा रखने वाला – मुमूर्ष


361- जो भविष्य में निश्चित घटित हो – भवितव्यता
362- जिसे मोक्ष प्राप्त करने की इच्छा हो – मुमुक्ष
363- फूलों का मधु या पराग – मकरन्द
364- मन को हर लेने वाला – मनोहर
365- मनुष्य जाति से परे/ अलग – मानवेतर
366- मन से चुना हुआ – मनोनीत
367- मन के मलिन या दुखी होने का भाव – मनोमालिन्य
368- मन की अवस्था – मनोवृत्ति
369- असाधारण बुद्धि वाला – मेधावी
370- मन की या गूढ़ बात जानने वाला – मर्मज्ञ


371- जिसके मन को चोट पहुंची हो – मर्माहत
372- जो फूल पूर्ण रूप से विकसित न हुआ हो – मुकुल
373- अपनी शक्ति भर – यथाशक्ति
374- जितना संभव हो – यथासंभव
375- युद्ध करने की प्रबल इच्छा – युयुत्सा
376- अपने समय/ युग का महान व्यक्ति – युगपुरुष
377- मांगने या याचना करने वाला – याचक
378- हमेशा घूमते रहने वाला – यायावर
379- जो युद्ध में स्थिर रहता हो – युधिष्ठिर
380- खून से रंगा हुआ – रक्तरंजित


381- नाटक का मंच – रंगमंच
382- जिसके रोंगटे खड़े हो गए हों – रोमांचित
383- राज्य द्वारा प्रकाशित आधिकारिक पत्र – राजपत्र
384- पुलिस या सेना भर्ती नया जवान – रंगरूट
385- वह धन जो कर या अन्य रूप में राजा या राज्य को मिलता है – राजस्व
386- वह काव्य जिसका अभिनय किया जाए – रूपक
387- पूरा लाभ पाने की चाह – लिप्सा
388- लोक में प्रचलित वस्तुओं से बढ़कर – लोकोत्तर
389- आय- व्यय, लेन-देन का लेखा जोखा रखने वाला – लेखाकार
390- जनसामान्य द्वारा गाये जाने वाले गीत – लोकगीत


391- जिसकी खूब प्रतिष्ठा हो – लब्धप्रतिष्ठ
392- जिसका वर्णन न किया जा सके- अवर्णनीय
393- भगवान विष्णु का अनुयायी सम्प्रदाय – वैष्णव
394- अनुचित और अवैध यौन संबंध रखने वाला – व्यभिचारी
395- जो सबमें व्याप्त हो – विभु
396- जो कानून की दृष्टि में सही हो – वैध
397- किसी विषय को विशेष रूप से जानने वाला – विशेषज्ञ
398- जो बढ़ रहा हो – वर्द्धमान
399- जिस कन्या के विवाह का वचन दिया गया हो- वाग्दत्ता
400- जिस स्त्री का पति जीवित न हो – विधवा

one word in hindi- अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

401- जिसकी पत्नी जीवित न हो – विधुर
402- कानून का मसौदा – विधयेक
403- जिसे जीत लिया गया हो- विजित
404- व्याकरण को जानने वाला – वैयाकरण
405- विज्ञान को जानने वाला – वैज्ञानिक
406- जिस स्त्री को संतान पैदा होती हो – वंध्या
407- तारों से भरी रात – विभावरी
408- अधिक बोलने वाला – वाचाल
409- बाल्यावस्था और युवावस्था के बीच का समय – वयःसंधि
410- जो पूरे विश्व मे प्रसिद्ध हो – विश्वविख्यात


411- जो अपने धर्म के विरुद्ध आचरण करता हो – विधर्मी
412- जिसमें कोई विकार हो – विकृत
413- चांदनी रात – शर्वरी
414- जिसे शब्दों से न कहा जा सके – शब्दातीत
415- समान रूप से ठंडा और गर्म – शीतोष्ण
416- जो देवी का उपासक हो – शाक्त
417- सिर पर धारण करने योग्य – शिरोधार्य
418- जो सुनने योग्य हो – श्रव्य
419- जो सबको एक समान देखता हो – समदर्शी
420- जो सबको प्राप्त हो सके – सर्वसुलभ


421- जिस स्त्री का पति जीवित हो – सधवा, सौभाग्यवती
422- एक ही जाति का – सजातीय
423- उच्चवर्ग का शासन – सामन्तशाही
424- अपनी इच्छानुसार आचरण करने वाला – स्वेच्छाचारी
425- जिसका स्वभाव स्त्रियों जैसा हो – स्त्रैण

426- अलग अलग अवयवों को एक में जोड़ना – संश्लेषण
427- जिसके बारे में संदेह हो – संदिग्ध
428- कुछ शर्तों पर कार्य करने कराने का समझौता – संविदा
429- दो भिन्न तत्वों के मिलन से उतपन्न – संकर
430- दो धाराओं या नदियों के मिलन का स्थान – संगम


431- साथ कार्य करने वाला – सहकर्मी
432- जो सबके उपयोग के लिए हो – सार्वजनिक
433- जो बाएं हाथ से काम करता हो – सव्यसाँची
434- एक ही माता के पेट से उतपन्न – सहोदर
435- वर्तमान या सही समय पर होने वाला – सामयिक
436- जो एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सके – स्थावर
437- सब जगह समान रूप से होने वाला – सार्वभौम
438- किसी से आगे निकल जाने की प्रबल इच्छा – स्पर्द्धा
439- जो अपने आप उत्पन्न हुआ हो – स्वयंभू
440- जो स्मरण रखने योग्य हो – स्मरणीय


441- जिसकी गर्दन/ ग्रीवा सुंदर हो – सुग्रीव
442- पसीने से उत्पन्न होने वाला – स्वेदज
443- अपने भरोसे रहने वाला – स्वावलम्बी
444- अपने मन की प्रसन्नता के लिए – स्वान्तः सुखाय
445- समान आयु के लोग – समवयस्क
446- दूसरे के स्थान पर अस्थायी रूप से काम करने वाला – स्थानापन्न
447- प्राणों पर संकट लाने वाला – सांघातिक
448- हाथ की कारीगरी – हस्त कौशल, हस्त लाघव
449- हित चाहने वाला – हितैषी
450- सरलतापूर्वक हाथ में आ जाने वाली पुस्तक- हस्तपुस्तिका


451- जिसने अच्छे कार्य के लिए प्राण दे दिए – हुतात्मा
452- जो क्षमा करने योग्य हो – क्षम्य
453- जहां पृथ्वी और आकाश मिलते दिखाई दें – क्षितिज
454- जो भूख से व्याकुल हो – क्षुधातुर
455- क्षण भर में नष्ट हो जाने वाला – क्षणभंगुर
456- जो छुटकारा दिलाता हो – त्राता
457- जो जानने योग हो – ज्ञातव्य
458- नाक से रक्त बहने का रोग – नकसीर
459- फेंककर चलाया जाने वाला हथियार – अस्त्र
460- हाथ में पकड़कर चलाया जाने वाला हथियार – शस्त्र


461- अपनी सीमा का उल्लंघन करके दूसरे की सीमा में प्रवेश – अतिक्रमण
462- जो दबाया न जा सके – अदम्य
463- कर या शुल्क का वह भाग जो अधिक लिया जाता है – अधिभार
464- सरकार द्वारा घोषित या सरकारी गजट में प्रकाशित सूचना – अधिसूचना
465- नीचे की ओर मुख किये हुए – अधोमुख
466- जिसका कोई निश्चित घर न हो – अनिकेत
467- नीचे की ओर खींचने वाला – अपकर्ष
468- जो किसी की ओर मुख किये हो – अभिमुख
469- जिसका जन्म उच्च कुल में हुआ हो – अभिजात
470- किसी वस्तु का भीतरी भाग – अभ्यन्तर


471- सरकार द्वारा दूसरे देश की मुद्रा की तुलना में अपने 

            देश की मुद्रा का मूल्य कम कर देना – अवमूल्यन
472- महल का भीतरी भाग – अन्तःपुर
473- जिसका जन्म छोटी जाति में हुआ हो – अन्त्यज
474- अपने हिस्से या अंश के रूप में कुछ दान करना- अंशदान
475- वर्षा का अभाव होना – अनावृष्टि

476- पृथ्वी की वह शक्ति जो सभी चीजों को अपनी ओर खींचती है – गुरुत्वाकर्षण
477- गणित के जानकार – गणितज्ञ
478- जो अच्छे कुल में उत्पन्न हुआ हो – कुलीन
479- जो विलंब या टालमटोल से काम करे – दीर्घसूत्री
480- दो वेदों को जानने वाला – द्विवेदी


481- तीन वेदों को जानने वाला – त्रिवेदी
482- चार वेदों को जानने वाला – चुतर्वेदी
483- सदा प्रसन्न रहने वाला या कला प्रेमी नायक – धीरललित
484- शक्तिशाली, दयालु और योद्धा नायक – धीरोदात्त
485- बहुत चंचल, दुष्ट और अपनी प्रसंशा करने वाला नायक – धीरोद्धत
486- पिता की हत्या करने वाला – पितृहन्ता
487- सोलह वर्ष की लड़की – षोडशी
488- सत्य के प्रति आग्रह – सत्याग्रह
489- बिजली की तरह चमक वाला – विद्युत्प्रभ
490- रात को न दिखाई देने वाला रोग – रतौन्धी


491- अपनी इच्छा से दूसरों की सेवा करने वाला – स्वयंसेवक
492- हृदय को विदीर्ण (तोड़ने) करने वाला- हृदयविदारक
493- जिसकी भुजाएं बड़ी हों – महाबाहु
494- जो सम्मान के योग्य हो – माननीय
495- माता की हत्या करने वाला – मातृहन्ता
496- मेघ की तरह आवाज करने वाला – मेघनाद
497- मुद्रा के अधिक प्रचलन में होने की स्थिति – मुद्रास्फीति
498- जो एक स्थान पर टिककर नहीं रहता – यायावर
499- परिवर्तन या बदलाव लाने वाला – प्रवर्तक
500- वात, पित्त और कफ का दोष – त्रिदोष

501- ऋणके रूप में आर्थिक सहायता – तकावी
502- शीतल, मन्द और सुगंधित वायु – त्रिविधवायु
503- जो दर्शन शास्त्र का ज्ञाता हो – दार्शनिक
504- जिसने गुरु से दीक्षा ली हो – दीक्षित
505- दैव या भाग्य की बात जानने वाला, ज्योतिषी – दैवज्ञ
506- देखने की इच्छा – दिदृक्षा
507- अपने प्राण स्वयं लेने वाला – आत्मघाती
508- दूसरे के लिए स्वयं को संकट में डालना – आत्मोत्सर्ग
509- आदि से अंत तक – आद्योपांत
510- तो तत्काल कविता की रचना

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