Tuesday, November 16, 2021

Sanskrit sahithyakar / भवभूति/ महाकवि माघ

 

Sanskrit sahithyakar / भवभूति/  महाकवि माघ 



    भवभूति

 * समय - 680 - 750 ई के मध्य

* पितामह - भट्ट गोपाल.     

 पिता - नीलकण्ठ

* माता - जतुकर्णी.    

भवभूति का मूल नाम - श्री कण्ठ

* गोत्र - काश्यप.      

 भवभूति के गुरु - ज्ञाननिधि 

* भवभूति उपासक थे - शिव के   

* निवासी - पद्मपुर 

* भवभूति का दार्शनिक नाम - उदुम्बर 

* रचनाएँ —3

1.उत्तररामचरित - 7अंक नाटक (करुणरस) 

2. महावीरचरित - 7अंक नाटक (वीररस) 

3. मालतीमाधव - 10 अंक प्रकरण (श्रृंगार रस) 

* भवभूति का प्रिय छन्द - अनुष्टुप और शिखरिणी 


*उपाधि-शिखरिणी कवि, पदवाक्यप्रमाणज्ञ, परिणतज्ञ

* भवभूति कन्नौज राजा यशोवर्मा के राजाश्रय में थे। 

* "कारूण्यं भवभूतिरेवतनुते "



महाकवि माघ 


★स्थितिकाल:- ६७५ ई. (लगभग) या भारवि के बाद का समय।


★जन्म स्थान:- भीनमाल, जिला:-जालौर,राजस्थान।


★महाकवि माघ के पिता:- श्री सुप्रभवदेव


★महाकवि माघ का जाति:- श्रीमाली ब्राह्मण


★महाकवि माघ की उपाधि:- घण्टामाघ 


★महाकवि माघ  का प्रिय छन्द:- मालिनी।


★माघ के मृत्यु का कारण:- पादशोथ रोग।

No comments:

Post a Comment

thaks for visiting my website

एकांकी

Correspondence Course Examination Result - 2024

  Correspondence Course  Examination Result - 2024 Click 👇 here  RESULTS