Thursday, February 24, 2022

✍ "शासकीय पत्र का उपयोग सोदाहरण समझाइए। 


✍ "शासकीय पत्र का उपयोग सोदाहरण समझाइए। 
       (अथवा)

      सरकारी पत्र (official letter) के प्रमुख अंग का परिचय देते हुए एक नमूना प्रस्तुत कीजिए ।

(अथवा)

सरकारी पत्र का उपयोग बताकर सोदाहरण समझाइए।

     पत्र-व्यवहार के विभिन्न रूपों में अधिक सरकारी पत्र का प्रयोग किया जाता है। विदेशी सरकारों, राज्य सरकारों संबद्ध तथा अधीनम कार्यालयों और संघ लोक सेवा आयोग जैसे कार्यालयों में समस्त - औपचारिक पत्र व्यवहार (correspondence) के लिए 'पत्र' का हो प्रयोग किया जाता है। जनता या सरकारी कर्मचारियों की संस्थाओं या संघठनों के सदस्यों के साथ किये जानेवाले समस्त पत्र-व्यवहार में मं इसका प्रयोग किया जाता है।

पत्र के अंग निम्न लिखित होते हैं :


1. सरनामा, जिसमें भारत सरकार और संबंधित मंत्रालय कार्यालय एवं विभाग का नाम होता है। (साधारणतया छपा सरनामा होता है।

2. पत्र का क्रमांक (प्राय: बीच में दिया जाता है) 

3. दिनाँक (दाई तरफ दिया जाता है)

4. सेवा में (बाई तरफ)

5. प्रेषिती (पानेवाले का नाम, पदनाम एवं पता)

6. विषय (सूक्ष्म और स्पष्ट)

7. सन्दर्भ (आवश्यकतानुसार पिछले पत्र-व्यवहार आदि) 

8. संबोधन (महोदय, प्रिय महोदय आदि)

9. पत्र का मुख्य कलेवर (मजमून)

10. अधो लेख (भवदीय, आपका आदि)

11. भेजनेवाले (प्रेषक) के हस्ताक्षर और उसका पद नाम ।

       किसी मंत्रालय से भेजे जाने वाले पत्रों में और सरकार के आदेशों या विचारों को व्यक्त करते हुए लिखे जाने वाले पत्रों में, यह बता दिया। जाता है कि वे सरकार के निदेश से लिखे गये हैं।

         सरकारी अधिकारियों को लिखे जाने वाले पत्रों का आरंभ' महोदय' और गैर सरकारी व्यक्तियों या व्यक्तियों के वर्गों को लिखे जानेवाले पत्रों का संबोधन 'प्रिय महोदय' से आरम्भ करना चाहिए। सभी सरकारी पत्रों के अंत में अधोलेख के रूप में 'भवदीय' लिखना चाहिए और इसके उपरांत हस्ताक्षर का नाम दिया जाना चाहिए।

        जो पत्र सरकार के निर्देश पर नहीं बल्कि किसी अधिकारी द्वारा अपने अधिकार से पत्र लिखे जाते हैं, उनमें 'मुझे निर्देश हुआ है कि' के बदले 'मुझे निवेदन करना है' लिखना चाहिए।

 नमूना :

         संख्या

         भारत सरकार

         वित्त मंत्रालय

सेवा में    नई दिल्ली, दिनांक........

            .....................

            .....................

      विषय............

      .....................


महोदय

       मुझे निर्देश हुआ है कि मैं आपके दिनांक......... के पत्र संख्या...... की प्राप्ति स्वीकार करूँ। मामले पर विचार किया जा रहा है। निर्णय की सूचना आपको यथा समय भेज दी जाएगी।

                                                              भवदीय

                                                    (Yours Faithfully)

संलग्न :                                                  ××××××××××

Encl:                                          अवर सचिव भारत सरकार

(1)

(2)

                     सरकारी (औपचारिक पत्र) पत्र

      गृह मन्त्रालय के हिन्दी अनुवादक पदों के लिए गतमास साक्षात्कार हो गया था। लेकिन अभी तक अनुवादक की नियुक्ति नहीं हुई है। उत पद में नियुक्ति के लिए गृह मन्त्रालय, भारत सरकार की ओर से आवश्यक कार्रवाई करने की प्रार्थना करते हुए संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) के सचिव को एक सरकारी पत्र लिखिए।

पत्र सं

भारत सरकार

गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग

                                                                     नई दिल्ली

                                                                   दिनांक...........

सेवा में

सचिव,

संघ लोक सेवा आयोग, 

नई दिल्ली ।


           विषय: हिन्दी अनुवादकों की नियुक्ति ।

          उपर्युक्त विषय पर इसी मंत्रालय के दि....... के सम संख्यावाले पत्र के सम्बन्ध में मुझे आपसे यह आनुरोध करने का निदेश गृह मंत्रालय के हिन्दी अनुवादकों के दस पदों के लिए गतमास साक्षात्कार हुआ हो गया था। लेकिन अभी तक अनुवादक की नियुक्ति नहीं हुई है।

(2) आप इन अनुवादकों की शीघ्र नियुक्ति के लिए आवश्यक कारवाई यथाशीघ्र करने की कृपा करें।

                                                                       भवदीय,

                                                                   (इ) x x x x

                                                                    अवर सचिव


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