सर्वनाम
परिभाषा – संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते है |
उदाहरण – वह , तुम, यह , मैं , इसका ,उसका , तुम्हारा , हमारा , कौन , कोई , आपका आदि सर्वनाम के उदाहरण है |
📚 सर्वनाम के भेद
– प्रयोग की दृष्टि से सर्वनाम के छ: भेद है –
(i) पुरुषवाचक सर्वनाम
(ii) निश्चयवाचक सर्वनाम
(iii) अनिश्चयवाचक सर्वनाम
(iv) सम्बंध वाचक सर्वनाम
(v) निजवाचक सर्वनाम
(vi) प्रश्नवाचक सर्वनाम
1. पुरुषवाचक सर्वनाम -
जो शब्द व्यक्ति के नाम के स्थान पर प्रयोग किये जाते है , उसे पुरुषवाचक सर्वनाम कहते है | पुरुषवाचक का तात्पर्य स्त्री व पुरुष दोनों से होता है | उदाहरण – मै, तू, हम, वे , वह आदि |
पुरुषवाचक सर्वनाम के भेद – इसके तीन भेद है
(क) उत्तम पुरुष – बोलने वाले वक्ता को उत्तम पुरुष कहते है | जैसे- मैं ,हम |
(ख) मध्यम पुरुष – जिससे बात कही जाए अर्थात सुनने वाले श्रोता को मध्यम पुरुष कहते है | जैसे – तुम , तू, आप |
(ग) अन्य पुरुष – जिसके सम्बंध में बात कही गई हो , वह अन्य पुरुष कहलाता है | जैसे – वे, वह ,यह |
2. निश्चयवाचक सर्वनाम –
जिस सर्वनाम से किसी व्यक्ति या वस्तु की निश्चित स्थिति का बोध होता है , उसे निश्चयवाचक सर्वनाम कहते है |
जैसे – यह अच्छी किताब है | वह बुरा है |
3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम –
जिस सर्वनाम से किसी व्यक्ति या वस्तु की निश्चित स्थिति का बोध नही होता है बल्कि अनिश्चय की स्थिति बनी रहती है ,उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते है | जैसे- दाल में कुछ मिला है | कोई आया था |
4. सम्बंध वाचक सर्वनाम –
जिस सर्वनाम से दो वस्तुओं अथवा व्यक्तियों का एक दूसरे से संबंध प्रकट होता है ,वहाँ सम्बंध वाचक सर्वनाम होता है | जिसका-उसकी, जितना-उतना, जो-सो आदि सम्बंध वाचक सर्वनाम हैं |
जैसे – जो पढ़ेगा सो पास होगा | जितना गुड़ डालोगे उतना ही मीठा होगा |
5. निजवाचक सर्वनाम –
वे सर्वनाम जिसे कर्ता स्वयं अपने लिये प्रयुक्त करता है ,उसे निजवाचक सर्वनाम कहते है | अपना ,आप ,खुद आदि निजवाचक सर्वनाम है | जैसे- मैं अपनी किताब पढ़ रहा हूँ |
6. प्रश्नवाचक सर्वनाम –
जिस सर्वनाम से प्रश्न करने का बोध होता है या वाक्य को प्रश्नवाचक बना देते है ,उन्हे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते है | कौन , क्या ,कैसे आदि प्रश्नवाचक सर्वनाम है |
जैसे –वह क्या चाहता है ? तुम वहाँ कैसे चले गए ?
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