मौखिक परीक्षा
प्रश्नोत्तरी"
आवश्यक निर्देश
यह प्रश्नोत्तरी सभा की उच्च परीक्षाएँ जैसी, राष्ट्रभाषा विशारद एवं प्रवीण के विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए बनायी गयी है।
इसमें पाँच खण्ड दिये गये हैं:
(अ) सामान्य ज्ञान
(आ) हिन्दी व्याकरण
(इ) हिन्दी साहित्य
(ई) सभा तथा हिन्दी आन्दोलन का परिचय
(उ) पाठ्यक्रम से संबंधित प्रश्न
खण्ड (अ) - सामान्य ज्ञान
(विशारद-प्रवीण)
1. आप का शुभ नाम क्या है?
मेरा नाम गणेश है।
2. आप की क्रम संख्या क्या है?
मेरी करम-संख्या 2000 है।
3. आप कहाँ के रहनेवाले हैं?
मैं चित्तूर का रहनेवाला हूँ।
4. आप के पिताजी क्या करते हैं?
मेरे पिताजी डाक्टर हैं। वे अस्पताल में काम करते हैं।
5. आप के गाँव/शहर का परिचय दीजिए?
मेरा नगर है चेत्रै यह तमिलनाडु की राजधानी है। इसके मुख्यमंत्री डॉ. मु. करुणानिधि हैं। मुख्य कार्यालय, मंत्रालय आदि चेन्नै में हैं। बंदरगाह, चिडियाघर, वल्लुवरकोट्टम, समुद्र तट आदि कई देखने लायक स्थान हैं। मेरीना और सांतोम यहाँ के सुन्दर समुद्रतट हैं। महाबलिपुरम देखने लायक जगह है।
6. आप के प्रदेश का नाम क्या है?
इस प्रदेश की राजधानी का नाम बताइये? मेरे प्रदेश का नाम केरल है। इस प्रदेश की राजधानी का नाम तिरुवनन्तपुरम है।
7. भारत की भौगोलिक सीमाओं का परिचय दीजिए? भारत के उत्तर भाग में हिमालय से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी और हिन्द महासागर तक, पूर्व में बर्मा से लेकर पश्चिम में अरब सागर तक भारत की भौगोलिक सीमा है।
8. टेलिफोन का आविष्कार किसने किया?
टेलिफोन का आविष्कार "अलेक्जेण्डर ग्राहम बेल" ने किया।
9."स्टीम" इंजन का आविष्कार किसने किया ?
"स्टीम इंजन" का अविष्कार "जार्ज स्टीवनसन" ने किया।
10. चिरापूँजी की विशेषता क्या है?
चिरापूंजी की विशेषता यह है कि वहाँ संसार भर में सबसे अधिक वर्षा होती है।
11. असाम की राजधानी क्या है?
असाम की राजधानी गअहटी है।
12. भारत में "सूर्य के लिए मन्दिर" कहाँ है? उसका नाम क्या है?
भारत में सूर्य के लिए मन्दिर ओडिसा में है। उसका नाम "कोणार्क" है।
13. अमेरिका की खोज किसने किस वर्ष में की है?
अमेरिका की खोज क्रिस्टोफर कोलम्बस ने सन् 1492 में की।
14. स्वतंत्र भारत के पहला भारतीय गवर्नर जनरल कौन थे?
स्वतन्त्र भारत के प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल श्री राजगोपालाचार्य जी ते।
15, बापूजी का जन्म कहाँ हुआ? उनका पूरा नाम क्या है?
बापूजी का जन्म "पोरबन्दर" में हुआ। उनका पूरा नाम मोहनदास करमचन्द गांधी है।
16. स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस का अंतर क्या है?
ईस्ट इन्डिया कम्पनी के भारत का शासन छोड़कर जाने और भारतीय पराधीनता से मुक्त होने के दिवस को स्वतंत्रता दिवस कहते हैं जो अगस्त 15 है। भारत की जनता
के लिए जनता द्वारा चुने गये नेताओं द्वारा भारत पर शासन करने का दिवस गणतंत्र दिवस है जो जनवरी 26 है।
17. कावेरी नदी कहाँ से निकलती है?
कावेरी पश्चिमी घाट के कुडगु नामक स्थान से निकलती है।
18 .किरत गांधी" नाम से कौन प्रसिद्ध हैं?
और स्वतंत्रता आंदोलन में उनका योगदान क्या रहा?
श्री केलप्पन केरल गाँधी के नाम से प्रसिद्ध है। स्वतंत्रता आन्दोलन
के सिलसिले में उनका गुरुवायूर सत्याग्रह प्रसिद्ध है
19. हमारे राष्ट्रीयगीत के रचयिता कौन है?
हमारे राष्ट्रीय गीत के रचयिता रवीन्द्रनाथ टैगोर हैं।
20."वंदेमातरम" गीत के रचयिता कौन हैं? उनके लिखे किस उपन्यास में
यह गीत है?
"वन्देमातरम" गीत के रचयिता बंकिम चन्द्र चट्टर्जी है। उनके लिखे
उपन्यास "आनन्द मठ" में यह गीत है।
21. आपकी मातृभाषा के किसी एक कवि या कथाकार का
साहित्यिक परिचय दीजिए?
मेरी मातृभाषा मलयालम के सुप्रसिद्ध कवि तल्लत्तोल हैं उनकी कविताओं को "साहित्यमंजरी" नामक अनेक भागों के ग्रन्थों में संग्रहित किया है। हिन्दी के
कवियों में जो स्थान मैथिलीशरण गुप्त का है वही स्थान मलयालम के
कवियों में बल्लत्तोल का है।
22. ब्रह्म समाज और आर्य समाज के संस्थापक कौन-कौन हैं?
ब्रह्मसमाज के संस्थापक राजाराम मोहनराय हैं और
आर्यसमाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती हैं।
23. भारत में "सती" प्रथा को बंद कराने का श्रेय किसको मिला है?
भारत में "सती प्रथा को बंद कराने का श्रेय राजाराम मोहन राय को मिला है।
24. राजभाषा" शब्द से आप क्या समझते हैं?
देश के प्रशासन की भाषा को राजभाषा कहते हैं।
25. हिन्दी राजभाषा कब बनी?
सन् 1949 सितम्बर 14 को हिन्दी राजभाषा बनी।
26. हिन्दी किस लिपि में लिखी जाती है?
हिन्दी देवनागरी लिपि में लिखी जाती है।
27. भारत की बेकारी की समस्या पर अपना विचार व्यक्त कीजिए:
भारत में दिन-प्रति दिन जनसंख्या बढ़ती रहती है। दूसरी ओर कल - कारखाने, कार्यालय, सभी जगह कम्प्यूटर जैसे वैज्ञानिक आविष्कारक मशीन का बोल-बाला भी हो रहा है जिससे कम लोगों द्वारा कम समय में बहुत अधिक काम होने लगा। इसी कारण बेकारी समस्या आज बढ़ती जा रही है। अगर लोगों को काम करने व कमाने का मौका बना दिया जाय तो बेकारी की समस्या बहुत कुछ हो सकती है।
28. भूदान यज्ञ का आरम्भ किसने किया?
भूदान यज्ञ का आरंभ संत निनोबा भावे ने किया।
29. भारत की एकता को खतरा किन किन से संभव है?
भारत की एकता का खतरा तीन कारणों से होता है एक भाषा भेद,
दूसरा प्रांतीय भेद और तीसरा जाति भेद ।
30. "झंडा ऊँचा रहे" गीत के रचयिता कौन हैं?
झंडा ऊँचा रहे - गीत के रचयिता पं. श्यामलाल गुप्त पार्षद हैं।
31. विनोबाजी ने किस प्रांत में भूदान-यज्ञ की यात्रा आरंभ की?
विनोबाजी ने सन् 1951 में तैलंगाना गाँव में सर्व प्रथम एक निर्धन वृद्ध को भूदान करके भूदान यज्ञा की यात्रा आरंभ की।
32. लाल, पाल, बाल इन तीनों के पूरे नाम बताइये?
लाल, पाल, बाल इन तीनों के पूरा नाम क्रमशः -
लाला लाजपतराय, विपिन चन्द्र पाल और बाल गंगाधर तिलक हैं।
33. "आर्य भट्ट", उपराह किस वर्ष में अंतरिक्ष में भेजा गया?
आर्यभट्ट नामक उपग्रह 19 अप्रैल 1975 को अंतरिक्ष में भेजा गया।
34.भारत के पाँच सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिकों के नाम बताइये?
होमी जहाँगीर बाबा, जगदीशचन्द्र बसु, री.वी. रामन, सुव्रह्म्यम चन्द्रशेखर, हरगोविन्दसिंह खुराना - ये भारत के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक हैं।
35. "पंचतंत्र कथाएँ" किसने लिखी है?
"पंचतंत्र कथाएँ", विष्णु शर्मा ने लिखी है।
36. "सारे जहाँ से अच्छा" गीत के रचयिता कौन हैं ?
"सारे जहाँ से अच्छा" गीत के रचयिता सर मुहम्मद इकबाल हैं।
37. "शांतिनिकेतन" कहाँ है? उसके संस्थापक कौन हैं?
"शांतिनिकेतन" कलकत्ते के पास बोलपुर नामक स्थान पर है।
उसके संस्थापक रवीन्द्रनाथ ठागोर हैं।
खण्ड (आ)- व्याकरण
(विशारद - प्रवीण)
1. संज्ञा किसे कहते हैं?
संज्ञा वह विकारी शब्द है, जो किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या भाव के नाम को बतावे।
2. भाववाचक संज्ञाएँ किन-किन शब्दों से बनायी जाती हैं?
जातिवाचक संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया से भाववाचक संज्ञाएँ बनायी जाती हैं। उदा: लड़का - लड़कपन, सजाना - सजावट
3. व्यक्तिवाचक संज्ञा और जातिवाचक संज्ञा में अन्तर क्या है?
व्यक्तिवाचक संज्ञा किसी एक व्यक्ति, एक स्थान अथवा एक वस्तु का बोध कराती है। पर जातिवाचक संज्ञा एक जाति के सब पदार्थों का समान रूप से बोध कराती है।
4. संबंध कारक प्रत्यय "का", "के", "की", का प्रयोग कब-कब किया जाता है?
संज्ञा के जिस रूप से किसी वस्तु का दूसरी वस्तु से संबंध प्रकट हो उसे, संबंध कारक कहते हैं। उदा:- "का" पुल्लिंग एकवचन के पहले, "के" पुल्लिंग बहुवचन के पहले और "की" स्त्रीलिंग के पहले प्रयोग करते हैं।
उदा:- सीता का घर बड़ा है। राम की कलम अच्छी तरह लिखती है। मोहन के दो लड़के स्कूल में पढ़ते हैं। सीता के पति का नाम कृष्णा राव है। मोहन के घोडे का दाम आठ सौ रुपये हैं।
5. विकारी और अविकारी शब्द कौन कौन से हैं?
संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया विकारी शब्द हैं। क्रिया विशेषण, समुञ्चय बोधक, संबंध बोधक और विस्मयादि बोधक, अविकारी शब्द हैं।
6.उपसर्ग और प्रत्यय का अन्तर बताइये:
उपसर्ग वे शाब्दांश है जो किसी शब्द के आदि में आकर उसके अर्थ में विशेषता उत्पन्न कर देते हैं या उसके अर्थ को सर्वथा बदल देते हैं। जैसे:- पराजय, निर्बल, अवगुण आदि। प्रत्यय वे शब्दांश है जो शब्दों के अंत में जोड़े जाते हैं।
जैसे:- करनेवाला, लकडहारा, लड़कपन, डरावना आदि।
7. व्युत्पत्ति (बनावट) की दृष्टि से शब्द के कितने भेद हैं?
व्युत्पत्ति की दृष्टि से शब्द के तीन भेद हैं। 1. रूढि, 2. यौगिक, 3. योग रूढि
8. हिन्दी में संता के कितने भेद है?
हिन्दी में संज्ञा के अनुसार शब्द के पाँच भेद है। व्यक्तिवाचक,
जाति वाचक, भाव वाचक, समूह वानक और द्रव्य वाचका
खण्ड -इ - हिन्दी साहित्य
1.हिन्दी साहित्य के इतिहास को कितने कालों में
विभाजित किया गया है? वे कौन से हैं?
हिन्दी साहित्य के इतिहास को चार कालों में विभाजित किया गया है।
वे हैं। आदिकाल (वीरगाथाकाल) - 1050 - 1375
पूर्व मध्यकाल (भक्तिकाल) -1375 - 1700
उत्तर मध्यकाल (रीतिकाल) - 1700 - 1900
आधुनिक काल (गद्यकाल) - 1900 से अब तक
2. वीरगाधाकाल के प्रतिनिधि कवि कौन हैं?
उनके काव्य के बारे में आप क्या जानते हैं?
वीरगाथाकाल के प्रतिनिधि कवि चंदबरदायी हैं। उनका काव्य "पृथ्वीराज रसो" है जो हिन्दी साहित्य का सर्वप्रथम महाकाव्य है। इसमें पृथ्वीराज के जीवन की वीर घटनाओं का वर्णन किया है ।
3. भक्तिकाल को किन-किन धाराओं में विभक्त किया गया है?
भक्ति काल को दो धाराओं में विभक्त किया- "निर्गुण भक्तिधारा" और
"सगुण भक्ति धारा"।
4. संत काव्य धारा के प्रवर्तक कौन हैं?
उस धारा के प्रमुख संतों के नाम बताइये: संत काव्य धारा के प्रवर्तक संत
कबीरदास है। इस धारा के प्रमुख प्रवर्तक संत कबीरदास, रैदास, धर्मदास,
गुरुनानक, दादूदयाल, सुन्दरदास और मलूकदास है।
5. संत काव्य धारा का दूसरा नाम क्या है?
संत काव्य धारा का दूसरा नाम "ज्ञानाश्रयी शाखा" है।
6. हिन्दी प्रेमकाव्य के प्रमुख कवि और उनकी कृतियों का नाम बताइये?
हिन्दी प्रेमकाव्य के प्रमुख कवि मलिक मुहम्मद जायसी हैं। उनके प्रेमकाव्यों में प्रमुख "पद्मावत" है। "उखरावट" और "आखिरी कलाम" भी उनकी अन्य प्रसिद्ध कृतियाँ हैं।
7. रामभक्ति शाखा के प्रमुख कवि कौन हैं?
और उनके ग्रन्थों में पाँच का उल्लेख कीजिए?
राम भक्ति शाखा के प्रमुख कवि तुलसीदास हैं। उनके पांच प्रामाणिक ग्रन्थ - "रामचरितमानस", "गीतावली", "कवितावली", "दोहावली", और "विनय पत्रिका" हैं।
8. कृष्ण भक्ति शाखा के प्रमुख कवि कौन हैं?
कृष्ण भक्ति शाखा के प्रमुख कवि सूरदास हैं।
9."अष्टछाप" के कवि कौन-कौन हैं?
अष्टछाप के कवि सूरदास, नंददास, कृष्णदास, परमानन्ददास, कुंभनदास, चतुर्भुजदास, छीतस्वामी और गोविन्दस्वामी हैं।
10. रहीम का पूरा नाम क्या है? इनके लिखित ग्रन्थों के नाम बताइये?
रहीम का पूरा नाम "अब्दुर्रहीम खानखाना" है। "रहीम दोहावली या सतसई , "बरवै नायिका भेद", "रास-पंचाध्यायी ", "मदनाष्टक", "श्रृंगार सोरठा" आदि इनके लिखित ग्रंथों में प्रमुख हैं।
11. हिन्दी गद्य के चार आरंभिक लेखक कौन हैं? उनकी पुस्तकें क्या हैं?
हिन्दी गद्य के चार आरम्भिक लेखक - मुंशी सदासुखलाल, सैयद
इंशा अल्लाखाँ, लल्लूलालजी और सदल मिश्र थे। उनकी पुस्तके निम्न प्रकार है। मुनि सदासुखलाल - मुंतखबुत्तवारीख योगवाशिष्ठ, इंशा अल्लाह - उदयभान चरित, रानी केतकी की कहानी, लल्लूलालजी - प्रेमसागर, सदल मिश्र - नासिकेतोपाख्यान।
13. हिन्दी में प्रथम मौलिक कहानी कौन-सी है?
हिन्दी में प्रथम मौलिक कहानी पं. किशोरीलाल गोस्वामी की "इन्दुमती" है।
14. हिन्दी में प्रेमचन्द की पहली कहानी कौन-सी है?
हिन्दी में प्रेमचन्द की पहली कहानी "बड़े भाई साहब" है।
15. हिन्दी में प्रेमचन्दजी का प्रथम उपन्यास क्या है?
हिन्दी में प्रेमचन्द का प्रथम उपन्यास "गबन" है।
16. प्रेमचन्दजी के लिखित उपन्यासों के नाम बताइये?
सेवासदन, निर्मला, गोदान, रंगभूमि, कर्मभूमि, गबन आदि प्रेमचंदजी के लिखित उपन्यास हैं।
16. जयशंकर प्रसाद के मुख्य नाटक क्या हैं?
जयशंकर प्रसाद के मुख्य नाटक - "स्कन्दगुप्त", "अजातशत्रु", "चन्द्रगुप्त मौर्य", "ध्रुवस्वामिनी", "विशाख", "कामना", "जनमेजय का नागयज्ञ", "राजश्री", "सजन", "करुणालय", "प्रायश्चित्त" और "एक घुँट" हैं।
17. छायावाद/रहस्यवाद/हालाबाद/प्रगतिवाद/प्रयोगवाद किसे कहते हैं?
लक्षण बताइये:
छायावाद:
युग की उबुद्ध चेतना ने बाह्य अभिव्यक्ति से निराश होकर जो आत्मबद्ध अन्तर्मुखी साधना आरम्भ की वही काव्य में छायावाद कहा जाता है। कवि प्रकृति के साथ अपनापन जोड लेता है और अपनी मानसिक दशा का सहभागी बना लेता है। अपनी अनुभुतियों की छाया जब वह बाह्य जगत में देखने लगता है, तब छायावादी कविता का जन्म होता है। छायावाद की प्रथमविशेषता है प्रेम-अनुभूति या श्रृंगारिकता। छायावाद में प्रकृति-रूप विश्वसुन्दरी का विशेष महत्व आंका गया है। कवियों ने प्रकृति के साथ अपनी आत्मा के तादात्म्य का अनुभव किया है। प्रसाद, पंत, निराला, महादेवी वर्मा ये छायावाद के चार प्रमुख स्तंभ कहे जाते हैं।
रहस्यवाद:
आत्मा और परमात्मा के संबंध में रचित काव्य को रहस्यवाद कहते हैं। समस्त संसार का संचालन करनेवाले सत्ता को ब्रह्म या परमात्मा भी कहा जा सकता है। इस अदृश्य सत्ता को खोजने और उससे मिलने के लिए साधक बेचैन हो उठे पर इस दशा में विरह की व्याकुलता का वर्णन अनेक साधकों ने बडे मर्म स्पर्शी शब्दों में किया है। रहस्यवादी कवियों में जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा, सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।
हालावाद:
छायावादी युग के अन्तिम चरण में हिन्दी साहित्य में एक ऐसी मादक भावना की हिलोर थी जिसने कुछ समय के लिए सम्पूर्ण हिन्दी जगत को मन्त्रमुग्ध सा कर लिया था । यह हिलोर "हालावाद" के नाम से प्रसिद्ध हुई। हरिवंशराय बच्चन इसके प्रवर्तक और कवि माने जाते हैं। हालावाद से प्रभावित होकर अनेक नवयुवक कवि इस ओर झुके और ऐसे ही मादक साहित्य का निर्माण करने लगे। हालावाद के कवियों में हरिवंशराय बञ्चन पद्मकांत मालवीय, हृदयनारायण पांडेय, हृदयेश, "नवीन" आदि इसके समर्थक कवि थे। हालावाद तूफान की तरह आया और 1933 से लेकर 1936 तक केवल चार वर्ष जीवित रह उसी गति से निलीन हो गया।
प्रगतिवाद:-
प्रगतिवादी साहित्य वा साहित्य है जो साम्यवादी भावनाओं से प्रेरित होकर लिखा गया है। प्रगतिवादी साहित्य साम्यवादी भावनाओं से अनुप्राणित रहता है। प्रगतिवादी को प्राचीन संस्कृति का विरोधी कहा जाता है। प्रगतिवाद ने साहित्य की दिशा ही मोड दी है। सूक्ष्म के प्रति स्थूल की प्रतिक्रिया ने प्रगतिवाद को जन्म दिया। प्रगतिवादी कवियों की दृष्टि मानव के बाहरी जीवन पर गयी। उनकी आस्ता मानव के सामूहिक जीवन में है। रवीन्द्रनाथ ठाकुर प्रगतिवाद के सर्वप्रमुख कवि माने जाते हैं। प्रगतिवादी काव्य धारा का सूत्रपात करनेवाले कविद्वय पंत और निराला हैं। उदा:- निराला वह तोडती पत्थर, बच्चन बंगाल का काल और पंत - ग्राम्या।
प्रयोगवाद:
व्यापक सामाजिक सत्यों की अनुभूति और अभिव्यक्ति जिन कविताओं में हैं उन्हें प्रयोगवादी कविता कहते हैं। प्रयोगवादी कविता में भावना है और बुद्धि-प्रधान है। प्रयोग का व्यापक अर्थ बड़ा उपयोगी है। प्रयोगवाद उन कविताओं के लिए रूढ हो गया है जो कुछ नये बोधों, संवेदनाओं तथा उन्हें प्रेषित करनेवाले शिल्पगत चमत्कारों को लेकर शुरू-शुरू में "तार सप्तक" के माध्यम से सन् 1943 में प्रकाशन जगत में आयीं। प्रयोगवादी कविता मध्यवर्गीय समाज के जीवन का चित्र है। इस दाद के प्रमुख प्रवर्तक "अज्ञेय", गजानन मुक्तिबोध, नेमिचन्द, भारत भूषण, प्रभाकर माचवे, गिरिजाकुमार माथुर, डॉ. रामविलास शर्मा, नरेश मेहता, धर्मवीर भारती, भवानी प्रसाद, नर्मता प्रसाद खरे आदि।
खण्ड (ई)
सभा तथा हिन्दी प्रचार आन्दोलन
1. दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा की स्थापना कब हुई?
सन् 1918 में दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा की स्थापना हुई।
2. इस संस्था की स्थापना किसकी प्रेरणा से हुई?
महात्मा गाँधीजी की प्रेरणा से इस संस्था की स्थापना हुई।
3. द.भा. हिन्दी प्रचार सभा के प्रथम प्रचारक कौन है?
द.भा. हिन्दी प्रचार सभा के प्रथम प्रचारक देवदास गाँधी हैं।
(महात्मा गाँधी के कनिष्ठ पुत्र)
4 . बाकायदा द.भा.हि.प्र. सभा का पंजीकरण कब हुआ?
सन् 1927 में द.भा.हि.प्र. सभा का पंजीकरण हुआ।
5. सभा के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?
सभा के प्रथम अध्यक्ष महात्मा गाँधी थे।
6. सभा के प्रथम प्रधान मंत्री (प्रथान सचिव) कौन थे?
सबा के प्रथम प्रधान मंत्री श्री हरिहर शर्मा थे।
7. सभा के विकास में श्री मोटूरि सत्यनारायणजी का योगदान क्या रहा?
श्री मोटूरि सत्यनारायणजी और सभा को कभी अलग नहीं किया जा सकता। वे सभा के परीक्षा मंत्री, प्रचार मंत्री और प्रधान मंत्री भी बने थे। भारत के कोने-कोने में भ्रमण करके उस अनुभव तथा योग्यता के बल पर सभा के कार्य का इतना विस्तार आपने किया कि आज दक्षिण की ही नहीं, बल्कि हिन्दुस्तान भर की संस्थाओं में से दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा भी एक मानी गयी। श्री सत्यनारायणजी के कारण दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा का गौरव बढ़ा।
8. आणाल सभा के काम किन किन विभागों के दवारा संचालित होते हैं?
आजकल सभा के कार्यकलाप कार्यालय, विरत विभाग, उस शिक्षा और सोध संस्थान, उच्च परीक्षा विभाग, प्रारंभिक परीक्षा विभाग, साहित्य विभाग, शिक्षा विभाग, पुस्तक विक्री विभाग, पुस्तकालय विभाग, हिन्दी प्रचार प्रेस विभाग, पत्रिका विभाग, कम्प्यूटर विभाग आदि के द्वारा संचालित होते हैं । COM
9. सभा की रजत जयन्ती किनकी अध्यक्षता में कब मनायी गयी?
सभा की रजत जयन्ती महात्मा गांधी की अध्यक्षता में सन् 1946 को मनायी गयी।
10. सभा की स्वर्णजयन्ती कब मनायी गयी?
सभा की स्वर्ण जयन्ती दि. 29, 30 अप्रैल 1971 में मनायी गयी।
11. सभा की हीरक जयन्ती कब मनायी गयी?
सभा की हीरक जयन्ती दि. 25, 26, 27 दिसंबर 1979 में मनायी गयी।
12. सभा के पचहत्तर वर्ष पूरे होने पर कौन-सी जयन्ती मनायीं गधी?
अमृत जयन्ती" सभा के पचहत्तर वर्ष पूरे होने पर मनायी गयी।
13. सभा में राष्ट्रभाषा विशारद परीक्षा कब से शुरू की गायी?
राष्ट्रभाषा विशारद परीक्षा 1930 से शुरू की गयी।
14. राष्ट्रभाषा प्रवीण परीक्षा कब शुरू की गयी?
1948 से राष्ट्रभाषा प्रवीण परीक्षा शुरू की गयी।
15. सभा की प्रारंभिक एवं उ परीक्षाओं के नाम बताइये?
प्राथमिक, मध्यमा, राष्ट्रभाषा, प्रवेशिका, राष्ट्रभाषा विशारद पूर्वा, राष्ट्रभाषा विशारद
उत्तरार्द्ध, राष्ट्रभाषा प्रवीण पूर्वार्द, राष्ट्रभाषा प्रवीण उत्तरार्द्ध, आदि।
16. सभा में पदधीवान समारोह मनाने की प्रथा का प्रारंभ दुई?
अब तक कितने पदवीदान समारोह मनाये गये? सभा में पदवीदान समारोह मनाने की प्रथा 1931 से शुरू हुई। अब तक 64 पदवीदान समारोह मनाये गये।
17. सभा की प्रान्तीय शाखाएँ कब शुरू की गयी है?
ये शाखाएँ कहाँ कहाँ शुरू की गयी? सभा की प्रांतीय शाखाएँ 1936 में शुरू हुई तमिलनाडु के
तिरुचिरापल्ली में, आंध्र के विजयवाडा में, कर्नाटक के बेंगलूर में, केरल के मंजीरा (एरणाकुलम जिला) में शुरू हुई।
18. स्वामी दयानन्द सरस्वती कौन वे? उन्होंने हिन्दी में कौन-सी पुस्तक लिखी है?
स्वामी दयानन्द सरस्वती आर्य समाज के संस्थापक और महान सुधारक नेता थे। उन्होंने हिन्दी में "सत्यार्थ प्रकाश" नामक पुस्तक लिखी।
19. हिन्दी प्रचारक प्रशिक्षण विद्यालय का आरंभ कब हुआ?
हिन्दी प्रचारक प्रशिक्षण विद्यालय का आरंभ सन् 1922 को इरोड में आरंभ हुआ।
खण्ड (उ)
पाठ्यक्रम से संबंधित प्रश्न:
1 . नाटक एवं एकांकी में अन्तर क्या है?
एकांकी में केवल एक ही दृश्य होता है और उसी एक दृश्य में कहानी या घटना का आशय पूर्ण होता है। नाटक में अनेक दृश्यों का होना आवश्यक है और बातचीत भी बहुत समय तक चलती रहती है। कहानी से भी थोडी लंबी होती है।
2. एकांकी नाटक के प्रमुख लक्षण बताइये?
एकांकी नाटक एक ही दृश्य में शुरू होता है और समाप्त भी होता है। एकाकी जीवन की एक झलक मात्र है। कया पात्र नाटक की अपेक्षा कम रहते हैं। एकांकी नाटक दर्शकों की मनोवृत्ति के अधिक अनुकूल हो। एकांकी नाटक में कहानियों के समान एक तथ्यता रहती है। संकलनत्रय का सुविधा के साथ पालन होता है। यह एक अंकवाली रचना है। मनोरंजन, कलात्मक तथा अत्यन्त सशक्त विधा है एकांकी नाटक ।
3. "जयशंकर प्रसाद" के किसी एक काव्य का नाम बताइये;-
जयशंकर प्रसाद के एक काव्य का नाम है "ऑसू"।
4. कामायनी" किनका काव्य है? इसके बारे में पांच वाक्य बोलिए।
"कामायनी" जयशंकर प्रसाद का काव्य है। कामायनी की कथा मनु के जीवन पर आधारित है। इस काव्य का आरम्भ जल प्लावन की परिसमाप्ति पर मनु द्वारा आरम्भ होता है। कामायनी में नौ सर्ग हैं। कामायनी में मनु, श्रद्धा और इडा ये तीन पात्र है। यह एक उत्तम प्रबन्ध काव्य है और महाकाव्य भी है।
5. प्रसाद के नाटकों के नाम बताइये?
जयशंकर प्रसाद के नाटक राजश्री, विशाख, अजातशत्रु, स्कन्दगुप्त, चन्द्रगुप्त,
जनमेजय का नागयज्ञ, कामना, करुणालय, एक घूँट, ध्रुवस्वामिनी आदि हैं।
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