Thursday, April 1, 2021

पद परिचय



      पद परिचय 

           वाक्य के प्रत्येक अथवा किसी एक पद की व्याकरण - संबन्धी पूरी परी जानकारी कराने को 'पद परिचय' कहते हैं। बाक्य में प्रत्येक पद किस प्रकार का है, उसका कौन सा रूप है और उसका वाक्य के अन्य शब्दों से किस प्रकार का संबंध है, इन सब विवरणों को बताना पद परिचय का उद्देश्य है। प्रत्येक प्रकार के पद की जानकारी के लिये जिन बातों का बताना आवश्यक है बे निम्न लिखित है।

1. संज्ञा - प्रकार, लिंग, वचन, कारक और क्रिया आदि दूसरे पदों से संबंध

2. सर्वनाम - प्रकार, जिस संज्ञा के बदले प्रयुक्त हुआ है उसका निर्देश, पुरुष, 
      
                   लिंग, वचन, कारक और दूसरे शब्दों के साथ संबंध

3. विशेषण - प्रकार, उसका विशेष्य, लिंग, वचन, विकार आदि

4. क्रिया - प्रकार, वाच्य, काल और उसके अवान्तर भेद, 

               पुरुष, लिंग, बचन, कर्ता और कर्म

5. क्रिया विशेषण - प्रकार, किस क्रिया का विशेषण है

6. संबंधबोधक - प्रकार, संबंध

7. समुचपबोधक - प्रकार, जिन शब्दों, वाक्यांशों या वाक्यों को जोडे उनका परिचय

৪. योतक - मन के जिस विकार को प्रकट करे उसका परिचय

(1) मेरी छोटी बहन अभी स्कूल से आयी है।

    मेरी -  मैं + की = मेरी, पुरुषवाचक सर्वनाम, उत्तम पुरुष, स्त्रीलिंग, एकवचन, 

              संबंध कारक से संबंधित । ,

   छोटी - विशेषण, गुणवाचक विशेषण, स्त्रीलिंग, एकवचन, 'वहन' विशेष्य से संबंध 

   बहन - जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ता कारक 'आयी है' क्रिया का कर्ता ।

   अभी - अब + ही = अभी, क्रिया विशेषण, कालवाचक, 'आयी है' का क्रिया विशेषण 

   स्कूल से  - जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, अपादान कारक

   आयी है -  अकर्मक क्रिया, स्त्रीलिंग, कर्तृवाच्य, कर्तरी प्रयोग, आसन्न भूतकाल, 

                   अन्य पुरुष, एक वचन 'बहन' कर्ता से संबंधित


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(2) अहा! आप और मैं परीक्षा में पास हो गये।

      अहा! -  द्योतक हर्षवर्धक(विस्मयादि बोधक)

      आप - सर्वनाम, पुरुषवाचक, उत्तम पुरुष, एक वचन, कर्ता कारक,

               पास हो गये क्रिया से संबंधित ।

       और - योजक, संयोजक, 'आप' और 'मैं' को मिलता है।

       मैं -  पुरुषवाचक सर्वनाम, उत्तम पुरुष, एकवचन, कर्ता कारक, 

              'पास हो गये' क्रिया का कर्ता।

       परीक्षा में - जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, अधिकरण कारक

       पास हो गये - संयुक्त क्रिया, अकर्मक, कर्तृवाच्य, सामान्य भूतकाल, पुल्लिंग, 

                          बहुवचन, उत्तम पुरुष, 'आप और मैं' इसके कर्ता हैं।


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(3) समझदार लड़के किसीसे नहीं लड़ते ।

      समझदार - विशेषण, गुणवाचक, विशेष्य, लड़के का विशेषण, पुल्लिंग, एकवचन ।

       लड़के - संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, बहुवचन, कर्ता कारक, 

                  'समझदार' विशेषण का विशेष्य 'लड़ते' क्रिया का कर्ता ।

      किसीसे - सर्वनाम, अनिश्चयवाचक सर्वनाम, प्रथम पुरुष, पुल्लिंग, एकवचन, करण कारक ।

      नहीं - क्रिया विशेषण, रीतिवाचक, 'लड़ते' क्रिया का विशेषण।

      लड़ते - सकर्मक क्रिया, कर्तृवाचक, सामान्य वर्तमानकाल, पुल्लिंग, अन्य पुरुष,

                बहुवचन, लड़ते इसका कर्ता।


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4. गर्मी में ठंडे जल में नहाने से बड़ा आनंद आता है।

    गर्मी में -  संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, अधिकरण कारक, 

    ठंडे - विशेषण, जातिवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, 'जल में' विशेष्य का विशेषण,

   जल में - जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, अधिकरण कारक, 'ठंडे' विशेषण का विशेष्य

   नह्यने से - संज्ञा, क्रियार्थक, भाववाचक, पुल्लिंग, एकवचन, करण कारक 

   बड़ा - विशेषण, परिमाणवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, 'आनंद' विशेष्य का विशेषण

  आनंद संज्ञा, भाववाचक, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ताकारक, आता है क्रिया का कर्ता । 

  आता है - क्रिया, अकर्मक , कर्तृवाचक , सामान्य वर्तमानकाल, पुल्लिंग, एकवचन, 

                अन्य पुरुष, आनंद' इसका कर्ता ।


(5) मेरे घर में आठ लोग हैं।

       मेरे  - पुरुषवाचक सर्वनाम, उत्तम पुरुष, एकवचन, संबंधकारक, संबंधी शब्द 'घर' है। 

       घर में - जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, अधिकरण कारक, 

                  'लोग' शब्द से संबंध रखता है।

       आठ - संख्यावाचक विशेषण, निश्चित गणनावाचक, इसका विशेष्य लोग है।

       लोग - संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, बहुवचन, हैं' क्रिया का कर्ता ।

       हैं -    अकर्मक क्रिया, सामान्य वर्तमानकाल, कर्तरिप्रयोग, 'लोग' इसका कर्ता है।


(6) अब मुझसे पुस्तक नहीं लिखी जाती। 

      अब - क्रिया विशेषण, कालवाचक, 'लिखी जाती' का क्रिया विशेषण

      मुझसे -  सर्वनाम, पुरुषवाचक, उत्तम पुरुष, एकवचन, 'लिखी जाती' 

                  कर्मवाच्य क्रिया का कर्ता।      

      पुस्तक - संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, 'लिखी जाती' 

                  कर्मवाच्य क्रिया का कर्म ।

      नहीं - क्रिया विशेषण, निषेधवाचक, 'लिखी जाती' कर्मवाच्य क्रिया का क्रिया-विशेषण। 

      लिखी जाती- संयुक्त क्रिया, सकर्मक, कर्मवाच्य, वर्तमानकाल, संज्ञा, 

                          स्त्रीलिंग, एकवचन, 'पुस्तक' इसका कर्म है।


(7) सुरेश रुपये कमानेवाले हैं।

      सुरेश - संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ताकारक, है' क्रिया का कर्ता।

      रुपये - संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्मकारक,

                'कमानेवाला' कृदंत का कर्म । 

      कमानेवाले - सकर्मक कृदंत संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, 

                        कर्ताकारक, है क्रिया का पूरक ।

      है - होना क्रिया, अकर्मक, कर्तृवाच्य, सामान्य वर्तमानकाल, एकवचन,

           इसका कर्ता 'सुरेश' है।


(8) यह किताब क्यों नहीं पड़ती?

     यह - सर्वनाम, पुरुषवाचक , अन्यपुरुष, एक वचन, स्त्रीलिंग, कर्ताकारक , 

             पदती क्रिया संबंध ।

    किताब -  संशा, जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्म कारक 'पढता' क्रिया का कर्म ।

    क्यों - - अव्यय, क्रिया विशषण, प्रश्नवाचक, 'पढ़ता' क्रिया से संबंध।

    नहीं - अव्यय, क्रिया विशेषण, निषेधवाचक, 'पढ़ता' क्रिया का क्रिया विशषण ।

    पढ़ती -  क्रिया, कर्तृवाच्य, वर्तमानकाल, सामान्य वर्तमानकाल, अन्य पुरुष, स्त्रीलिंग, 

                एकवचन वह इस क्रिया का कर्ता है, किताब इस क्रिया का कर्म है, 

                अतः एककर्मक क्रिया है।


(9) जाड़े में गरम पानी में नहाने से बड़ा मज़ा आता है।

    जाड़े में - संज्ञा, भाववाचक, पुल्लिंग, एक वचन, अधिकरण कारक ।

    गरम - विशेषण, गुणवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, पानी में विशेष्य का विशेषण 

    पानी में - संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, अधिकरण कारक 

                  'गरम' विशेषण  का विशेष्य

    नहाने से - संज्ञा, क्रियार्थक, भाववाचक, पुल्लिंग, एकवचन, करण कारक । 

    बड़ा -  विशेषण, परिमाणवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, विशेष्य मज़ा।

    मज़ा - संज्ञा, भाववाचक, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ताकारक, आता है क्रिया का कर्म 

    आता है - क्रिया, अकर्मक, कर्तृवाच्य, सामान्य वर्तमानकाल, पुल्लिंग, 

                   एकवचन, 'मज़ा' इसका कर्तता है।


(10) हाय! उस वक्त एक डरावना बाघ निकला।

        हाय! - विसमयादिबोधक, शोकवाचक

        उस - सार्वनामिक विशेषण, मूल शब्द वह पुल्लिंग, एक वचन इसका विशेष्य वक्त है।

        वक्त - संज्ञा, कालवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, अधिकरण कारक की विभक्ति लुप्त है।

        डरावना -  विशेषण, गुणवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, इसके विशेष्य बाघ है। 

        बाघ- संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, 'निकला' क्रिया का कर्ता

        निकला - क्रिया, अकर्मक, सामान्य भूतकाल कर्तरि प्रयोग, इसका कर्ता 'बाघ' है।


11. हाय! मेरे परम मित्र का देहांत हो गया।

       हाय - विस्मयादि बोधक, शोक सूचक

       मेरे - सर्वनाम, उत्तम पुरुष, पुल्लिंग, एकवचन, संबंध कारक, 

               संबंधी शब्द 'मित्र का'

       परम - विशेषण, गुणवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, विशेष्य मित्र,

       मित्र का - संज्ञा, जातिवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, संबंध कारक, संसंधी शब्द देहांत

      देहांत - संज्ञा, भाववाचक, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता कारक 'हो गया' क्रिया का कर्ता

      हो गया - क्रिया, अकर्मक, कर्तृ वाच्य, निश्चयार्थ, सामान्य भूतकाल, अन्यपुरुष,

                   पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता 'देहांत


12. वह रोज कहाँ जाता है?

     वह - सर्वनाम, पुरुषवाचक, अन्यपुरुष, एकवचन, पुल्लिंग, 

             कर्ताकारक, 'जाता है' क्रिया का कर्ता

     रोज -कालवाचक क्रियाविशेषण, 'जाता है' क्रिया का विशेषण 

     कहाँ - अव्यय, क्रियाविशेषण, स्थानवाचक, "जाता है" क्रिया का विशेषण 

     जाता है -  क्रिया, कर्तृवाच्य, सामान्य वर्तमान काल, अन्य पुरुष, पुल्लिंग,

                     एकवचन, कर्ता 'वह


13. राम और सीता चित्रकूट गये।

    राम - संज्ञा, व्यक्तिवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता कारक, 'गये' क्रिया का कर्ता

    और - अव्यय, समानाधिकरण संयोजक समुच्चयबोधक, 'राम और सीता' का संयोजक

    सीता - संज्ञा, व्यक्तिवाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ताकारक, 'गये' क्रिया का कर्ता

    चित्रकूट - संज्ञा, व्यक्ति वाचक, पुल्लिंग, एकवचन, संप्रदान कारक,

                   'गये' क्रिया से संबंधित ।

    गये - क्रिया, कर्तृवाच्य, सामान्य भूतकाल, निश्चयार्थ, अन्य पुरुष, 

            बहुवचन, पुल्लिंग, कर्ता 'राम और सीता


14. यदि तुम चलो तो मैं भी आऊँगा।

      यदि - संकेतवाचक व्यधिकरण समुच्चय बोधक अव्यय, 'तुम चलो', 

                "मैं भी आऊँगा" - इन दोनों वाक्यों को जोडता है।

      तुम - सर्वनाम, पुरुषवाचक, मध्यम पुरुष, उभयलिंगी, बहुवचन, 

              कर्ता कारक, 'चलो' क्रिया  का कर्ता

     चलो -  क्रिया, अकर्मक, कर्तृवाच्य, हेतुहेतुमद भविष्यत्, बहुवचन,

                मध्यम पुरुष, उभयलिंग, कर्ता 'तुम' 

     तो -अव्यय, 'यदि' का नित्य संबंधी

     मैं - सर्वनाम, उत्तम पुरुष, पुल्लिंग, एक वचन, कर्ता कारक, 'आऊँगा' क्रिया का कर्ता

     भी - समुच्चय बोधक संयोजक अव्यय

      आऊँगा - क्रिया, अकर्मक, कर्तृवाच्य, निश्चयार्थ, सामान्य भविष्यत काल, 

                    उत्तम पुरुष, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता 'मैं



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